//इटारसी// रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 6 पर पहुँची एक यात्री ट्रेन में कुछ बच्चों की तस्करी की एक सूचना ने सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े कर दिए। आरपीएफ, जीआरपी और सिटी पुलिस के अधिकारियों ने दल-बल के साथ मौके पर जाकर ट्रेन के संदिग्ध कोच की तलाशी मगर कुछ नहीं मिला।
यह है मामला
रकसोल एक्सप्रेस में कुछ बच्चों की तस्करी की सूचना मिली थी। सूचना जल्द ही स्थानीय आरपीएफ़,जीआरपी के साथ सिटी पुलिस को भी पहुंच गई। जांच एजेंसियों ने पूरे कोच को चैक भी किया। कुछ यात्रियों की पुलिस ने ट्रेन से उतारा भी मगर पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया। इन सबके के बीच इस सवाल का जवाब अभी मिलना बाकी है कि इस जिसस सुरक्षा एजेंसी के ट्रेन गार्ड ने बांग्लादेश के लोगों की जानकारी दी उसने पहले खुद इसकी पुष्टि क्यों नहीं की। बिना पुष्टि के सूचना को आगे भेजने से तीनो सुरक्षा एजेंसियों के जिम्मेदार अधिकारी ट्रेन आने के पूर्व ही रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 6 पर आ गए थे।इटारसी थाने से एसडीओपी महेंद्र सिंह चौहान एवं टीआई रामस्नेही चौहान भी अपने मौजूदा स्टॉफ के साथ बिना देरी के रेलवे स्टेशन पर पहुँच गये थे। जीआरपी टीआई व्यंकट टांडिया अपने पूरे बल के साथ सबसे पहले ट्रेन पर पहुँचे थे। आरपीएफ़ टीआई देवेंद्र कुमार सरकारी काम से बाहर थे लेकिन फोन पर स्टाफ के संपर्क में रहे और लगातार अपडेट लेते रहे। पूरी जांच पड़ताल के बाद ट्रेन बीट गार्ड की सूचना महज अफवाह निकली। R9. भारत जिला ब्यूरो नर्मदापुरम योगेश राजभर