दो सालों के इंतजार के बाद मुहर्रम में ताजिया के साथ जुलूस निकाला गया।पलामू के लेस्लीगंज अंतर्गत हरतुआ में जुलूस निकाला गया, जिसमें हरतुआ पंचायत के मुखिया अरविन्द शुक्ल शामिल होकर भाईचारे का संदेश दिया
जहां मुखिया अरविन्द शुक्ल समेत सभी आगंतुकों का पगड़ीपोशी कर सम्मानित किया गया।
वहीं इस दौरान गदका खेलकर परंपरा को निभाते हुए हुसैन की शहादत को याद किया गया। मौके पर अरविन्द शुक्ल ने बताया कि कोरोना काल से उबरने के उपरांत हरेक पर्व का उत्साह चरम पर है। मातमी पर्व होने के बावजूद मुहर्रम के जुलूस में लोग बढ़ चढ़कर शामिल हो रहे हैं। हुसैन की शहादत की रात के बाद ताजिया जुलूस का संदेश समाज को समझना चाहिए, जिसका उदाहरण हरतुआ पंचायत पेश करता है। साथ ही बताया कि हरतुआ का सभ्यता-संस्कृति में सौहार्द समाहित है, और इसे परंपरा के रुप में निभाया भी जा रहा है। इस दौरान अरविन्द शुक्ल ने गले मिलकर भाईचारा, एकता, सौहार्द का वातावरण बनाए रखने का आह्वान भी किया ताकि हरतुआ समृद्धि की राह पर बढ़ता रहे
मौके पर हरतुआ पंचायत के मुखिया अरविंद शुक्ला पंचायत समिति सदस्य पति दीपक गिरी मुकेश तुरी विकी कुमार अवधेश सिंह सुमंत गिरी निरंजन पासवान विश्वनाथ गिरी सुशील तिवारी हदीस अंसारी सफीक अंसारी रियाद मियां सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे