Riport By-इदरीश विरानी
जनजाति गौरव दिवस पर धरती आबा कहे जाने वाले आदिवादी समाज के जननायक क्रांतिकारी अंग्रेजों से लोहा लेने वाले भगवान बिरसा मुंडा जी की जयंती पर ग्राम गोवरबेल में बिरसा मुंडा जी की जयंति मनाई गई जिसमें ग्राम के महिला पुरुष बच्चे सम्मिलित हुए जयंति कार्यक्रम में सर्वप्रथम भगवान बिरसा मुंडा के छायाचित्र पर पूजा अर्चना दीपप्रज्वलन माल्यार्पण किया गया उसके पश्चात संकरलाल चौहाण जी के द्वारा बिरसा मुंडा जी के संछिप्त जीवनी पर प्रकाश डाला गया|
आशा दहिकर शिक्षिका के द्वारा बताया गया की हमें बिरसा मुंडा जी के नक्से कदम पर चलना चाहिए वही लवकेश मोरसे ने बताया की किस प्रकार बिरसा मुंडा ने आजादी की लड़ाई के लिए संघर्ष किया और अंग्रेजों में एक ख़ौप पैदा किया था बहुत कम उम्र में उन्होंने समाज को नई दिशा देने का कार्य किया आज सरकार उनके जन्मदिन को जनजाति गौरव दिवस के रूप में मना रही है|
क्षेत्र के वरिष्ठ रिटायर्ड शिक्षक सी एस उइके ने अपने संबोधन में कहा की महज छःवर्ष में उन्होंने अपने जीवन को समाज के नाम किया जिसमें आज आदिवासी समाज सर उठा कर गर्व से रिर्जवेशन की बात करता है यह देन भगवान बिरसा मुंडा की है एक गरीब किसान के घर जन्म लेकर उन्होंने अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी और ओर अपने कबीले के साथ आदिवासी समाज की सेवा की बिरसा मुंडा में एक खासियत थी वह मरीजो का इलाज भी करते थे एवं किसानों की मदद करते थे लोग उन्हें भगवान मानते थे आबा के नाम से प्रशिद्ध थे आज पूरा आदिवासी समाज उन्हें भगवान का दर्जा देता है हम सबको उनके जीवन को देखते हुए उनके जीवन चरित्र पर चलना चाहिए|
सबके घर बिरसा मुंडा जैसा बेटा पैदा हो रानी दुर्गावती जैसी बेटी पैदा होनी चाहिए,आज गाँव गाँव मे बिरसा मुंडा की जायंती मनाई जा रही है हमारा शौभाग्य है की हमारे आदिवासी समाज मे ऐसे महापुरुष ने जन्म लिया है अनिल उइके जी ने बताया की एक और शौभाग्य जो आज हमारी सरकार हमारे लिए पेसा एक्ट लागू कर रही है जिससे हमारे आदिवासी जनजाति समाज का उथान हो सके अनिल उइके के द्ववारा सभी उपस्थित ग्रामीण जनो का आभार व्यक्त किया गया जयंती कार्यक्रम में बबलू परते,देवचंद धुर्वे, विनीत उइके,प्रेमलाल धुर्वे,जंगू सलामे,बाबूलाल धुर्वे,संकर कवडे,शिवकरण धुर्वे,दिलीप इरपाचे आदि उपस्थित रहे|