दस्तक अभियान-मिशन इन्द्रधनुष की टास्कफोर्स बैठक एवं जनसंख्या स्थिरीकरण माह की एडव्होकेसी बैठक का आयोजन
दस्तक अभियान एवं मिशन इन्द्रधनुष की टास्कफोर्स बैठक एवं जनसंख्या स्थिरीकरण माह की एडव्होकेसी बैठक का आयोजन मंगलवार को कलेक्टर श्री अमनबीर सिंह बैंस की अध्यक्षता में किया गया। कलेक्टर श्री बैंस ने 18 जुलाई से 31 अगस्त तक संचालित किये जाने वाले दस्तक अभियान की पूर्व तैयारियों का जायजा लिया एवं माईक्रोप्लान की समीक्षा की। शिशु एवं बाल आहार पूर्ति व्यवहार, विटामिन ए अनुपूरण, बाल कुपोषण नियंत्रण, दस्त रोग उपचार गतिविधि एवं निमोनिया के संस्था आधारित प्रबंधन के लिये संचालित दस्तक अभियान की निरंतरता हेतु उन्होंने निर्देशित किया कि हीमोग्लोबिनो मीटर्स एवं स्ट्रिप की पर्याप्त उपलब्धता रहे। उनके द्वारा दस्तक अभियान के विकासखंडवार प्रशिक्षण की समीक्षा की गई। श्री बैंस ने निर्देशित किया कि 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों के लिये माईक्रोप्लान बनाया जाये। जिले में संचालित एनीमिया मुक्त युवा अभियान के तहत हीमोग्लोबिनो मीटर से सभी 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों का सेम्पल लेने एवं सीवियर एनमिक बच्चों का सीबीसी (कम्प्लीट ब्लड काउंट) टेस्ट करने हेतु निर्देशित किया गया। उन्होंने निर्देशित किया कि अभियान के तहत मॉनीटिरिंग ऑफ थेरेप्यूटिक डोज के लिये उपलब्ध कराई गई आईएफए टेबलेट एवं सिरप के बच्चों द्वारा उपयोग किये जाने को लेकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बच्चों के माता-पिता से सम्पर्क करें एवं सम्पूर्ण परिवार को समझाइश दें। ब्लड ट्रांस्फ्यूजन विधिवत हो जाये एवं सेप्टीसीमिया के केसेस को अनिवार्यतः चिन्हित किया जाये। अभियान के तहत बच्चों को कृमिमुक्ति के लिये एलबेन्डाजॉल टेबलेट का सेवन भी कराया जाये।
उन्होंने कहा कि अभियान के तहत 25 जुलाई से 20 अगस्त तक स्वास्थ्य विभाग सेम्पलिंग का कार्य करेगा। जिन बच्चों को आईएफए टेबलेट एवं सिरप दिया जा रहा है वे बच्चे दवा ले रहे हैं या नहीं इस कार्य की मॉनीटरिंग शिक्षा विभाग द्वारा की जाये। अभियान की सफलता के लिये एएनएम एवं विद्यालयों के नोडल टीचर्स का प्रशिक्षण कराया जाये। साथ ही नोडल टीचर्स अन्य विद्यालयीन शिक्षकों को भी इस संबंध में जानकारी से अवगत करायें।
11 जुलाई से 11 अगस्त के मध्य आयोजित किये जाने वाले जनसंख्या स्थिरीकरण माह की समीक्षा करते हुये श्री बैंस ने निर्देशित किया कि प्रयास किये जायें कि नसबंदी शिविर यथा समय आयोजित किये जायें। विगत वर्ष आवंटित लक्ष्य 8776 के विरूद्ध 7417 की उपलब्धि 85 प्रतिशत पर संतोष जाहिर करते हुये उन्होंने निर्देशित किया कि इस वर्ष 100 प्रतिशत नसबंदी का लक्ष्य अर्जित किया जाये। पुरूष नसबंदी कराये जाने हेतु विशेष प्रयास किये जायें। उन्होंने निर्देशित किया कि आशा कार्यकर्ता के माध्यम से प्रत्येक ग्राम में परिवार नियोजन से संबंधित जागरूकता का प्रचार-प्रसार किया जाये एवं स्थाई तथा अस्थाई साधन अपनाने हेतु हितग्राहियों की पहचान की जाकर घर-घर गर्भनिरोधक साधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये।
सघन मिशन इन्द्रधनुष अभियान 5.0 के आयोजन के संबंध में उन्होंने निर्देशित किया कि सम्पूर्ण टीकाकरण कराया जाये। 0 से 5 वर्ष तक के लेफ्ट आउट एवं ड्राफ आउट बच्चों के लिये संचालित इस अभियान में गर्भवती महिलाओं को भी टीकाकृत किया जाये। 7 से 12 अगस्त को संचालित इस अभियान के प्रथम चरण के लिये उन्होंने निर्देशित किया कि हेडकाउंट किया जाकर अभियान संचालन में आने वाले व्यवधानों का निराकरण करते हुये अभियान की सफलता के लिये पूरी व्यवस्थाएं चाकचौबंद कर लें। जो उपस्वास्थ्य केन्द्र रिक्त हैं या जहां एएनएम पदस्थ नहीं है एवं 80 प्रतिशत से कम उपलब्धि वाले उपस्वास्थ्य केन्द्रों के लिये, ईट भट्टा, क्रेशर, निर्माण क्षेत्र, शहरी स्लम, सघन जंगली क्षेत्र, मजरे, टोले, फलिये, पहाड़ी क्षेत्र, दुर्गम क्षेत्र, जनजाति बाहुल्य ग्राम आदि के लिये विशेष सूक्ष्म कार्य योजना पूर्व से ही निर्धारित करें। अभियान का बेहतर प्रचार-प्रसार करें एवं अभियान को व्यापक रूप से सफल बनायें।
बैठक को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत बैतूल श्री अभिलाष मिश्रा ने भी संबोधित किया। उन्होंने निर्देशित किया कि आयुष्मान कार्ड वितरित किये जाने के कार्य को वरीयता दें। खंड चिकित्सा अधिकारी, समस्त मैदानी अमले को सजगता से इस कार्य में जुट जाने के लिये निर्देशित करें। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत के समन्वय से शतप्रतिशत आयुष्मान कार्ड वितरित करना सुनिश्चित करें।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश बौद्ध, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ अरविन्द कुमार भट्ट, एसएमओ डॉ अविनाश कनेरे, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ जगदीश घोरे, राष्ट्रीय कार्यक्रम अधिकारी सहित खंड चिकित्सा अधिकारी, बीईई, बीपीएम उपस्थित रहे।