इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटाबेस प्रोजेक्ट के तहत पुलिस कर्मियों को दिया गया प्रशिक्षण

ब्यूरो रिपोर्ट पलामू

इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटाबेस प्रोजेक्ट के तहत पुलिस कर्मियों को दिया गया प्रशिक्षण

जिले में सड़क हादसों की रोकथाम एवं घायलों को समय से उपचार मुहैया कराने एवं समस्त सूचनाएं ऑनलाइन करने के उद्देश्य से मंगलवार को एनआईसी के सभागार में शहर, रामगढ़,हुसैनाबाद,छतरपुर,पांडू व पाटन थाना प्रभारी को इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटाबेस एप को लेकर प्रशिक्षण दिया गया.यह एप भारत सरकार के परिवहन एवं एवं राजमार्ग मंत्रालय ने द्वारा बनाया गया है.इसी तरह तीन और चरणों में जिले के अन्य सभी थाना प्रभारियों को भी प्रशिक्षण दिया जाना है.आज के प्रशिक्षण में डीआईओ रणबीर सिंह ने सभी थाना प्रभारी को इस एप पर प्रकाश डालते हुए बताया कि योजना से सरकार को सड़क दुर्घटनाओं के कारणों को समझने मदद मिलेगी.जिसमें पुलिस,परिवहन विभाग,व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी,कर्मचारी सम्मिलित रिपोर्ट दर्ज कर जल्द सड़क दुर्घटनाओं का समाधान करने के लिए भविष्य में कार्य करेंगे.उन्होंने आईआरएडी प्रोजेक्ट के उद्देश्य एवं होने वाले फायदों के बारे में बताया.रोल आउट मैनेजर अंजली ने प्रोजेक्ट की मोबाइल एवं वेब एप्लीकेशन के बारे में डाटा एंट्री का प्रशिक्षण दिया.प्रशिक्षण के दौरान सभी थाना प्रभारियों ने स्वयं एप चलाकर जानकारी प्राप्त की.

ऑन द स्पॉट होगी इंट्री

आईआरएडी एप के माध्यम से दुर्घटना स्थल से ही ऑन स्पॉट इंट्री की जा सकेगी.मौके पर ही एक्सीडेंट का फोटो लेकर उससे जुड़े तथ्य, व्यक्तियों व वाहन आदि की जानकारी भरी जा सकती है.इससे संबंधित ट्रेनिंग पलामू के सभी थाना प्रभारियों को दी जानी है.यह ट्रेनिंग चार चरणों दी जानी है.जिले में एनआईसी की ओर से जिला सूचना पदाधिकारी रणबीर सिंह,जिला पुलिस के नोडल पदाधिकारी सुरजीत कुमार और डिस्ट्रिक रोल आऊट मैनेजर (डीआरएम) मैनेजर अंजली है. डीआरएम अंजली के अनुसार पोर्टल में फील्ड अफसर जैसे ही डिटेल डालेंगे,वह थाना प्रभारी के लॉगिन में आ जाएगा.यहां से डीटीओ फिर एमवीआई के लॉगिन में जाएगा. एमवीआई फील्ड जांच कर लेंगे.वे जैसे ही अपनी रिपोर्ट अपलोड करेंगे, पुन: थाना प्रभारी के लॉगिन में चला जाएगा.सभी प्रक्रिया पूरी

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