धरहरा में अपहरण के अपह्रत चार बच्चों के साथ महिला को पुलिस ने मीरगंज बस स्टैंड से किया बरामद,मामलें से हटा पर्दा।
जिला ब्यूरो अमीर आजाद
पूरा मामला मुरलीगंज थाना क्षेत्र के सिंघीयान पंचायत के धरहरा वार्ड 17 का है।चार बच्चों के साथ महिला का अपहरण का मामला सहदेव साह के द्वारा मुरलीगंज में दर्ज कराया गया था।मामले की रंजिश इतनी बड़ी थी कि खुद ही 4 बच्चों के साथ महिला को बेंगलोर भेजकर कहानी बनाकर मुरलीगंज थाने में दो आरोपियों पर अपहरण का मामला दर्ज कराया गया।
आवेदन में सहदेव साह ने बताया कि उनके घर मजदूरी करने आए बेबी देवी एवं उनके पति मिथिलेश शर्मा के द्वारा दिनांक 2 फरवरी 2022 को समय के करीब 1:00 बजे दिन में घर आए और घर से पुत्र 4 वर्षीय पुत्र रोशन कुमार,पुत्री 30 वर्षीय रिंकी देवी एवं नतनी 5 वर्षीय लक्ष्मी कुमारी,एवं 8 वर्षीय पोती अंजनी कुमारी को बेबी देवी व उनके पति मिथिलेश शर्मा द्वारा गायब कर दिया गया।ओऱ आरोप लगाया कि आरोपी बेबी देवी उनके पति घर से गायब हैं।जिस पर मुरलीगंज थाने में लिखित आवेदन देकर अपहरण ला मामला दर्ज कराया गया था।लिखित शिकायत पर मुरलीगंज थाना कांड संख्या 56/22 अपहरण का मामला दर्ज किया गया।
मामला हाई लेवल तक पहुंच गया। राजनीति रंजिशें होने लगी,सड़क जाम से लेकर जिला के वरीय पदाधिकारी तक अपहर्ताओं की बरामदगी को लेकर सहदेव साह के द्वारा गुहार लगाने लगे।
अपहृत महिला के चार बच्चों की बरामदगी को लेकर गुहार लगाने की मुहिम चलने लगी, राजनीति रंजिशें औऱ आरोप-प्रत्यारोप समेत राजनीति चहलदमी भी तेज हो गई।
हालांकि पूरा मामला लोग दबी जुबान से मामले की सच्चाई तो जानते थे,लेकिन कोई सामने आकर नही कहते थे।
पुलिस को इसकी सुराग, मिलती गई और पुलिस भी तत्परता से काम करते रहे।
पूरा मामला का कारण स्पष्ट होता है कि अपहरण के आरोपी महिला बेबी देवी ने मुरलीगंज थाने में डायन बताकर सहदेव साह व परिजनों पर मारपीट करने का मामला दर्ज कराया गया था,इसी विवाद को लेकर सहदेव साह ने 4 बच्चों के साथ 30 वर्षीय पुत्री के गायब कर देने का मामला दर्ज कराया गया।
अपहृत महिला व चार बच्चे को गायब होने का मामला दर्ज कराया गया,पूरा मामला से पर्दा उठा मामला था कि बेबी देवी के पति मिथिलेश शर्मा द्वारा सहदेव सा के द्वारा कुर्सी बनाने के बाद मजदूरी नही देने के मामूली विवाद से शुरू हुआ ।
एक मनगढ़त कहानी लिखी गई।हुआ यह कि आवेदक सहदेव साह द्वारा अपहृत महिला समेत बच्चों को बेंगलोर भेज दिया गया महिला के पति के पास। और पड़ोसी बेबी देवी उनके पति मिथिलेश शर्मा पर अपहरण का मामला दर्ज कराया।लेकिन मामले का उद्भेदन होना इतना मुश्किल नहीं था क्योंकि चार बच्चों के साथ महिला को सदैव शाह के द्वारा बेंगलुरु भेज दिया गया ।बेंगलुरु दूर होने की वजह से पुलिस के हाथ वहां तक नहीं पहुंच पा रहे थे।
और कहते हैं ना कि एक न एक दिन अपनी रंजिश में व्यक्ति खुद ही फंस जाता है। पुलिस को सफलता तब मिली जब बुधवार को थानाध्यक्ष राजकिशोर मंडल को गुप्त सूचना मिली कि अपहृत महिला समेत चार बच्चे मधेपुरा से बस पर जा रहे हैं,तत्परता के साथ थानाध्यक्ष राजकिशोर मंडल व कांड के अनुसंधानकर्ता प्रेमचंद पासवान व पुलिस बल के द्वारा मीरगंज बस स्टैंड से अपहृत महिला व चार बच्चे को बरामद कर लिया,गिरफ्तार कर थाना लाया गया
जिसके बाद मामले से पर्दा हटा-पूरा मामला यह था कि मिथिलेश शर्मा से सहदेव साह कुर्सी बनाया था,मिथिलेश शर्मा को सहदेव साह द्वारा मजदूरी रुपए नहीं दिए गए थे, बार-बार मिथिलेश शर्मा के द्वारा रुपए मांगने पर नहीं दिए जा रहे थे ।जिस पर मिथिलेश शर्मा की पत्नी बेबी देवी के द्वारा बनाया या कुर्सी वापस ले लिया गया ।
बस इसी बात के विवाद के चलते मिथिलेश शर्मा का बकरी सहदेव साह के यहां जाकर चावल खा लिया, और मामला विवाद तक पहुंच गया।विवाद में सहदेव साह के द्वारा केस में फसाने की बात को लेकर बेबी देवी के द्वारा मुरलीगंज थाना में सहदेव साह समेत परिजनों के द्वारा मारपीट का आवेदन दिया गया।जिस बात को लेकर सहदेव साह के द्वारा बड़े शातिराना तरीक़े से कहानी बनाकर चार बच्चों समेत पुत्री रिंकू देवी को पति के पास बेंगलुरु भेजकर मुरलीगंज थाने में अपहरण का मामला देवी देवी एवं उनके पति मिथिलेश शर्मा पर दर्ज करवाया।
मामलें में ग्रामीणों साथ सहदेव शर्मा के द्वारा SH-91 प्रसादी चौक को कई घंटों जाम करवा दिया गया और पुलिस के विरोध में जमकर नारेबाजी की गई थी।बरामदगी को लेकर गुहार लगाया जा रहा था।
पूरा मामला से पुलिस ने बड़ी तत्परता के साथ पर्दा हटाया। सहदेव साह के द्वारा दिए गए चार बच्चों के साथ महिला के अपहरण के आरोपी महिला बेबी देवी को सूचना मिली,सूचना पाकर थाना पहुंचकर अपनी बेगुनाही पेश करते हुए जानकारी दिया कि किस तरह उनकी मामूली विवाद में उन्हें अपहरण के मामले में आरोपी बना दिया।
छोटी सी विवाद ने उन्हें कई महीनों से घर से फरार रहने को लाचार और बेबस कर दिया। और एक मन करत कहानी में अपहरण का मामला बना दिया।
फिलहाल चार बच्चों के साथ महिला समेत आवेदक को पुलिस गिरफ्त में ले चुके हैं एवं पुलिस का कार्य जारी है।