भगवान राम के आदर्श को अपनाएं:अनिल साहू
नीलांबर पीतांबरपुर: भगवान राम का बाल स्वरूप मानव जाति को नई राह दिखाता है। रामायण आपसी एकता व सौहार्द का संदेश देता है। इससे मनुष्य अपने जीवन में आगे बढ़ता है। उक्त बातें समाजसेवी रामदास साहू के ज्येष्ठ पुत्र अनिल साहू ने कही। वे रविवार को रात नीलांबर पीतांबरपुर महावीर मंदिर परिसर में आयोजित रामचरितमानस नवाह्न पारायण महायज्ञ के समापन समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि भगवान के अनेक स्वरूप हैं। सभी स्वरूप मानव को शिक्षा व संस्कार देती है। मानव भगवान राम के आदर्शों पर चलें।इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के वृंदावन से पधारे भागवत कथा ब्यास स्तुति जी एवं यज्ञ में पहुंचे विद्वानों को फूल माला देकर सम्मानित करते हुए प्रवचनकर्ता व रासलीला मंडली का विदाई किया।उन्होंने नीलांबर पीतांबरपुर के धरती पर 9 दिनों से कथा के माध्यम से भक्तिमय वातावरण किया गया इसलिए यज्ञ में पहुंचे सभी विद्वानों को आभार व्यक्त किया।साथ ही कहा कि धन्य यहां के लोग जो लगातार 17 वर्षों से रामचरित मानस नवाहन पारायण पाठ महायज्ञ का सफलतापूर्वक आयोजन करा रहे हैं।यज्ञ कमेटी लोगों ने श्री साहू को पगड़ी बांध कर फूल माला पहनाकर व तलवार देकर सम्मानित किया।मौके पर यज्ञ समिति अध्यक्ष ओमप्रकाश लाल मुखिया संतोष मिश्रा,छत्तरपुर उपप्रमुख रंजीत जायसवाल,धर्मेंद्र सोनी, तारकेश्वर पासवान,नवीन तिवारी, नवल किशोर राय,चंदन सोनी,कमेश यादव,चंदन सिंह,गिरेन्द्र प्रजापति,टेनी प्रजापति,दिलीप कुमार सहित दर्जनों लोग विदाई समारोह में शामिल थे।
नीलांबर पितांबरपुर से प्रेम कुमार का रिपोर्ट