रामगंजमंडी में हुवा अनोखा दहेज मुक्त विवाह

कोटा से भवानी शंकर राठौर की विशेष रिपोर्ट

रामगंजमंडी में हुवा अनोखा दहेज मुक्त विवाह

जगतगुरु संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में शहर की स्टील फेक्ट्री में रविवार को एक अनोखा दहेज मुक्त विवाह सम्पन हुवा,,,आयोजको ने बताया कि संत जी के अनुयाई मात्र 17 मिनट में शादी कर लेते है जिसमे कोई भी फिजूलखर्ची नहीं होती, ना घोडी, ना बारात, ना बैंड बाजा और कुछ भी नहीं ।
ऐसा ही विवाह शहर के स्टील फेक्ट्री में देखने को मिला जहाँ दूल्हा रामबाबू दास निवासी बुरनखेड़ी का विवाह रामगंजमंडी निवासी आशा दासी के साथ बड़ी ही सादगी से सम्पन हुवा,,,वही
दूल्हा रामबाबू दास आठवीं पास हे और फिलहाल खुद की मोबाइल की शॉप चलाते हैं तो दुल्हन आशा दासी फर्स्ट ईयर में पढ़ाई करती हैं,,,
संत रामपाल जी महाराज
जी के मिशन को पूरा करने के लिए और नशा व दहेज रूपी कुरीतियों को जड़ से खत्म करने के लिये संत रामपाल जी महाराज और उनके अनुयायी एक बहुत अच्छी पहल कर रहे है दहेज मुक्त भारत अभियान के तहत आज संत रामपाल जी महाराज जी के नेतृत्व में कई अनोखी शादियां हो रही है जो समाज को एक नई दिशा दे रही है जिसमें ना तो कोई लेन-देन है और ना ही दहेज और ना कोई दूसरा आडंबर इसमें सादगी की मिसाल पेश की है इस शादी में ना घोड़ा, ना बाराती,ना बैंड ना बाजा सिर्फ 17 मिनट में रमैणी {शादी} गुरुवाणी के द्वारा हो जाती है सर्वश्रेष्ठ विधि के हैं ये विवाह
रमैनी के माध्यम से होने वाले विवाह सबसे श्रेष्ठ विधि के हैं। ये वेदों में वर्णित विधि पर आधारित हैं और इसी प्रकार आदिशक्ति ने अपने तीनो बेटों ब्रह्मा, विष्णु और महेश का विवाह किया था। इस विवाह में पूर्ण परमेश्वर कविर्देव के साथ विश्व के सभी देवी देवताओं का आव्हान किया जाता है। इससे पूर्ण परमेश्वर तो साथ रहते ही हैं साथ ही विश्व के सभी देवी देवता भी उस विवाहित जोड़े की सदा सहायता करते हैं। ऐसे दहेजमुक्त विवाहों ने बेटियों का जीवन आसान कर दिया है दहेजमुक्त भारत केवल सन्त रामपाल जी महाराज के तत्वज्ञान से सम्भव
दहेज प्रथा से मुक्ति के लिए सरकार ने कानून भी बनाये किन्तु सब निष्फल रहा। इस कार्य को तत्वज्ञान के बिना कर पाना संभव नहीं था। यह तत्वज्ञान तो केवल कोई तत्वदर्शी संत ही दे सकते हैं और पूर्ण तत्वदर्शी संत पूरे विश्व में एक ही होता है जिसका तत्वज्ञान नशा, दहेज, चोरी, भ्रष्टाचार आदि से मुक्ति दिला सकता है। तत्वज्ञान होने के पश्चात व्यक्ति स्वयं ही इन सभी बुराइयों से दूर होने लगता है उसे अपने कर्मों की सजा मालूम होती है। किंतु यह तभी सम्भव है जब संत पूर्ण तत्वदर्शी हो। संत रामपाल जी महाराज के ज्ञान के कारण आज लोग स्वयं ही दहेज लेने से इंकार कर देते हैं। नशाखोरी से दूर यहाँ तक कि संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों को रिश्वत देना भी मुमकिन नहीं है। संत रामपाल जी महाराज का ज्ञान इतना अच्छा है कि लालच, मोह, लोभ से व्यक्ति स्वतः दूर हटने लगता है तत्वज्ञान से ही होगा मोक्ष
ये दहेज मुक्त अद्भुत विवाह तो केवल बानगी हैं। तत्वज्ञान ने तो लोगों का जीवन सरल एवं सुगम बना दिया है। लोग संत रामपाल महाराज जी के ज्ञान से प्रेरित होकर उनसे नाम दीक्षा लेकर अपना कल्याण करवा रहे हैं। क्योंकि मोक्ष तो केवल तत्वदर्शी संत की शरण में जाने से ही सम्भव है।

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