सब-ए-बारात की रात इबादत की रात:अनीसूर्रहमान…

Report by – असरफ आलम केसरिया(पूर्वी चंपारण)

सब-ए-बारात की रात इबादत की रात:अनीसूर्रहमान

केसरिया नगर समेत प्रखंड क्षेत्रों में मंगलवार की रात सब-ए-

बारत का पर्व आपसी भाईचारा और सद्भाव पूर्वक मनाया गया। यहां बता दें कि इस्लाम कैलेंडर के हिसाब से 07 मार्च को शब-ए- बारात हुआ जबकि हिजरी कैलेंडर के अनुसार, ये शाबान महीने की 15 तारीख को कहा जाता है। इस्लाम में इस त्योहार को बहुत ही शुभ माना जाता है।यह दिन अल्लाह की इबादत के लिए काफी विशेष माना जाता है।इस अवसर पर सभी लोगों अच्छे अच्छे पकवान बनाकर फातेहा करवाते हैं।और अपनी गुनाहों की मगफेरत के लिय रात भर जाग कर कुराने पाक की तिलावत करते हैं,नमाज अदा करते हैं।और अपने गुनाहों की अल्लाह तआला से माफी मांगते हैं।और इस दिन अल्लाह से सभी गुनाहों की माफी मांगने से सभी गुनाह माफ होते हैं। गौरतलब हो कि सब-ए-बारात के मूबारक रात में सभी मस्जिदों में मीलादखानी का इंतजाम किए गए थे वहीं सभी मस्जिदों को आकर्षित ढ़ंग से सजाया भी गया था।इस अवसर पर जमा मस्जिद के ईमाम मौलाना अनिसूर्रहमान ने बताया कि साल में एक दिन ऐसा आता है जहां सारे गुनाहों की माफी मांगी जाती है।जीसे सब-ए-कदर की रात कहते हैं।इस दिन अपने पूर्वजों के कब्र पर जाकर रौशनी करते हैं और कब्र पर फूल चढ़ाते हैं। वहीं उन्होंने बताया कि इबादत के लिये सब-ए-बारात की रात का विषेश महत्त्व है।इस मौके पर मौलाना अब्दुल गणी, मौलाना सेराजूल हक अशर्फी, मौलाना आलम, मौलाना नेमतूल्लाह,वशील अहमद खां,पूर्व मुखिया अमजद अली खां उर्फ गुड्डू खां, पत्रकार असरफ आलम, खुर्शीद आलम,फैज आलम,सम्मी बाबू,मो0 मूर्तूजा,नबील अहमद खां,नूर आलम, समेत सैकड़ों लोग उपस्थित थे।

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