प्रत्येक ग्राम पंचायत में हो एफपीओ का गठन:डीएम

जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह की अध्यक्षता में किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) का गठन एवं प्रोत्साहन देने हेतु जनपद स्तरीय समीक्षा समिति की बैठक विकास भवन स्थित गांधी सभागार में आयोजित हुई। जिलाधिकारी ने जनपद के प्रत्येक ग्राम पंचायत में एफपीओ के गठन करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि एफपीओ जनपद की अर्थव्यवस्था को बढाने का सामर्थ्य रखते हैं। इनके माध्यम से कृषक हितों का प्रभावी रूप से संवर्द्धन हो रहा है। इन संगठनों के गठन से किसानों को अपनी फसल का उचित मूल्य एवं बिचौलिया से मुक्ति मिल सकेगी।

जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद की विशिष्ट भौगोलिक परिस्थिति को देखते हुए बायो फ्लॉक फिश फार्मिंग, बकरी पालन, अंडा उत्पादन, भीमा प्रजाति के बांस का उत्पादन, कमर्शियल डेयरी तथा 14 प्रकार के मोटे अनाजों के उत्पादन से जुड़े एफपीओ का गठन जनपद की आर्थिक तस्वीर बदलने का सामर्थ्य रखते हैं। जनपद में इन सभी उत्पादों के लिए घरेलू बाजार उपलब्ध है, साथ ही एफपीओ के माध्यम से इनकी वैश्विक पहुंच भी बनाई जा सकती है। जिलाधिकारी ने जनपद की सभी नदियों एवं नालों के किनारे स्थित गांवों में प्राकृतिक खेती आधारित एफपीओ के गठन हेतु अभियान चलाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यहां कि जलवायु कालानमक, कतरनी, जवाफूल, विष्णुभोग सहित विभिन्न प्रजाति के धान उत्पादन के अनुकूल है। उन्होंने एफपीओ संचालकों को इस क्षेत्र में भी कार्य करने के लिए प्रेरित किया।

जिलाधिकारी ने कहा कि भारत सरकार के साथ-साथ प्रदेश सरकार द्वारा भी कृषक उत्पादक संगठन निर्माण के लिए नीति बनाई गई है और इस दिशा में जिले के हर ब्लाक में कृषक उत्पादक संगठन के गठन हेतु प्रयास किया जा रहा है। इन गठित कृषक उत्पादक संघो को भारत सरकार द्वारा परिचालन हेतु 3 वर्ष तक सहयोग भी प्रदान किया जाएगा।

जिलाधिकारी ने बैठक में वर्तमान समय में जनपद में संचालित समस्त 27 एफपीओ के संचालकों से उनकी गतिविधियों एवं समस्याओं के संबंध में विस्तारपूर्वक चर्चा की और उन्हें हर संभव सहयोग के लिए आश्वस्त किया। उन्होंने कहा कि जनपद में शीघ्र ही एफपीओ को विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण उपलब्ध कराये जाएंगे, जिससे उनका कौशल उन्नयन होगा और वे बाजार से प्रोफेशनल तरीके से जुड़ सकेंगे। वर्तमान में जनपद में कार्यरत एफपीओ प्राकृतिक खेती, मशरूम उत्पादन, डेयरी व पॉल्ट्री उत्पादन से संबंधित हैं। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार, उपनिदेशक कृषि विकेश कुमार, जिला कृषि अधिकारी मोहम्मद मुजम्मिल, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी अरविंद कुमार वैश्य, जिला उद्यान अधिकारी रामसिंह यादव, भूमि संरक्षण अधिकारी घनश्याम वर्मा सहित विभिन्न अधिकारी एवं एफपीओ के प्रतिनिधि गण उपस्थित थे।

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