शारीरिक व मानसिक विश्लेषण के लिए बेहद उपयोगी है, आत्म संवर्धन व क्षमता विकास कार्यशाला : अतिरिक्त पुलिस आयुक्त श्री अनुराग शर्मा

Report By-साहिल
आपका साथ केवल आपका शरीर देगा, स्वयं रहोगे स्वस्थ्य, तभी अपने परिवार व बच्चों का अच्छे से रख सकोगे ध्यान-

बेहतर सेवा प्रदाता बनने के लिए शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ्य होने बेहद जरुरी-

जीवन शैली परिवर्तन से आपके आचार विचार में भी आयेगा सकारात्मक परिवर्तन-

मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य पर केंद्रित भोपाल पुलिस कमिशनरेट की अनुकरणीय पहल “आत्मसंवर्धन एवं क्षमता विकास” कार्यशालाओं की श्रंखलाओं के 28वी बैच के समापन के अवसर पर अतिरिक्त पुलिस आयुक्त श्री अनुराग शर्मा ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि भोपाल पुलिस कमिशनरेट द्वारा पुलिसकर्मियों के शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य लाभ हेतु अनुकरणीय पहल कर कार्यशाला आयोजित की जा रही है।

श्री शर्मा ने कहा कि सभी कर्मचारी बेहतर जीवन शैली का उपयोग कर अपने जीवन मे तनाव मुक्ति तथा सकारात्मक सोच में वृद्घि करें, ताकि मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य ताउम्र स्वस्थ्य बना रहे। अपनी सेहत निरंतर ध्यान रखें, क्योंकि निरंतर कार्य करने वाली व जनता की सेवा करने वाली पुलिस कार्य मे जब तक पुलिसकर्मी एक स्वस्थ्य शरीर व स्वस्थ्य मानसिकता और तनाव मुक्ति के साथ कार्य नही करेंगे तब तक जनता की सेवा भी बेहतर तरीके से संपादित करने मे बाधाएं आयेगी।

श्री शर्मा ने व्यवहारिक उदाहरण व मार्गदर्शन देते हुए कहा कि जीवन यात्रा पर केवल आप चल रहे है, आपका साथ केवल आपका शरीर देगा, कोई और नही। जीतना भी जीवन जियें, स्वस्थ्य होकर जियें। जीतने साल तन्ख्वाह ले, उससे अधिक साल पेंशन लें। जब आप स्वस्थ्य रहोगे, तब तो अपने परिवार व बच्चों का ध्यान रख पाओगे। दैनिक जीवन में अच्छे खानपान, योगा इत्यादि करें, ताकि आप सभी बेहतर सेवा प्रदाता बन सके। आगे भी पुलिसकर्मियों को चाहे स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो, या चाहे मानसिक समस्या हो, उनको दूर करने के लिए हमेशा विभाग तत्पर है।

उल्लेखनीय है कि आत्मसंवर्धन एवं क्षमता विकास कार्यशालाओं मे विगत एक वर्ष में कुल 28 कार्यशालाओं मे अब तक लगभग 2500 पुलिस अधिकारी व कर्मचारी लाभान्वित हो चुके है।

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