r9 भारत से सत्येंद्र कुमार की रिपोर्ट छतरपुर पलामू
न पं छतरपुर के जनता के पैसों का दुरुपयोग बर्दास्त नही – इंजीनियर सुरेश कुमार
7 साल तक न पं छतरपुर को जगमगाने का कॉन्ट्रैक्ट “चार दिन की चांदनी फिर अंधेरी रात” कहावत में बदल कर रह गया।
विदित हो कि न पं छतरपुर में 16 वार्डो में कुल 2908 स्ट्रीट लाइट 7 साल मेंटेनेन्स कॉन्ट्रैक्ट के साथ इ इ एस एल कंपनी के दिया गया l जिसकी लागत भी संदेह के घेरे में है। अभी लाइट लगाने का काम चल ही रहा है। जब स्ट्रीट लाइट लगना शुरू हुआ था तो हमारे निवर्तमान अध्यक्ष महोदय लाइट के साथ फोटो खिंचवा कर सोशल मीडिया और न्यूज़ में अपनी उपलब्धि बताकर पोस्ट करना शुरू किये की अब छतरपुर 7 साल तक ऐसे ही जगमगायेगा। लेकिन बहुत सारे लाइट लगने के साथ ही खराब हो गए। कई लाइट जब से लगे है उस समय से प्रायः दिन रात जल ही रहे है, कोई उसे स्विच ऑफ करने वाला नही है । इससे बिजली की बर्बादी हो रही है। खराब लाइट कैसे बनेगा और 7 साल तक मेन्टेन कैसे होगा इसका खाका तैयार नही किया गया। ऐसा लगता है, न प के लोगों को बेवकूफ समझ कर ठगने का प्रयास किया गया है। मेरी समझ से यदि सचमुच् में 7 साल तक स्ट्रीट लाइट मेन्टेन करना है तो निम्नलिखित बातों को मेंटेनेन्स कॉन्ट्रैक्ट में शामिल करना चाहिए-
1. स्ट्रीट लाइट के बारे में कंप्लेन करने के लिए एक मोबाइल नंबर या टॉल फ्री नंबर जारी करना चाहिए जिस पर फोन करके शिकायत दर्ज कराई जाय।
2. शिकायत करने के बाद एक कंप्लेन नंबर जेनेरेट किया जाय और शिकायत कर्ता को बताया जाय।
3. 24 घंटे के अंदर स्ट्रीट लाइट के संबंधित शिकायत को दूर किया जाय और शिकायत कर्ता को सूचित कर कंप्लेन नंबर को क्लोज किया जाय।
4. यदि 24 घंटे के अंदर शिकायत की गई लाइट को ठीक नही किया गया तो कंपनी के ऊपर आर्थिक दंड लगाया जाए।
5. इसके बाद भी यदि एक समय सीमा के अंदर शिकायत दूर नही किया गया तो कॉन्ट्रैक्ट कैंसिल करके कंपनी से स्ट्रीट लाइट का पैसा फाइन के साथ वसूल किया जाय।
6. स्ट्रीट लाइट का स्विच ऑन /ऑफ करने का जिम्मा कंपनी को दिया जाय। यदि दिन के समय लाइट ऑन पाया जाता है या रात में लाइट ऑफ पाया जाय तो कंपनी के ऊपर पेनल्टी लगाया जाये। या लाइट सेंसर स्विच लगवाया जाय जिससे कि स्ट्रीट लाइट आटोमेटिक स्विच ऑन/ऑफ होता रहे।
7. स्ट्रीट लाइट से संबंधित कॉन्ट्रैक्ट मोनिटरिंग और निगरानी एक नोडल ऑफिसर के द्वारा करवाया जाय।
8. स्ट्रीट लाइट सभी वार्ड के गली मोहल्लों में लगे इसे सुनिश्चित किया जाय।
9. टोटल लाइट 2908 (न्यूज़ रिपोर्ट) की संख्या में लगे है ये सुनिश्चित किया जाय ।
उपरोक्त व्यवस्था बनने के बाद ही छतरपुर में स्ट्रीट लाइट कामयाब हो सकता है।
मालूम होता है अभी तक उपरोक्त बाते मेंटेनेन्स कॉन्ट्रैक्ट के दर्ज नही है जिसके चलते स्ट्रीट लाइट का सिस्टम फेल नज़र आ रहा है। या ये भी हो सकता है कि हमारे निवर्तमान अध्यक्ष महोदय के कॉन्ट्रैक्ट मैनेजमेंट के अनुभव की कमी का कंपनी फायदा उठा रही है।
कार्यपालक पदाधिकारी, सुझाये गए कॉन्ट्रैक्ट शर्तों को कंपनी से लागू करवाये और जनता को लूटने / ठगी से बचाये। आखिरकार करीब ढाई करोड़ रु छतरपुर न प के गरीब जनता के खून पसीने की कमाई का पैसा है। जनता के साथ अन्याय नही होना चाहिए।