लोकसभा चुनाव प्रत्याशी दिलीप मिरी के ऊपर हुई फर्जी एफआईआर, कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी से की शिकायत
द्वेषपूर्वक व कूटनीति तथा परेशान कर संबंधित अधिकारियों के द्वारा दिलीप मिरी को जिला बदर करने की साजिश की जा रही
पुलिस प्रशासन द्वारा मिरी के घर में हो रही शादी को रोकने व तोड़ने का प्रयास, झूठे मुकदमों में फसाने का पुलिस ने फर्जी FIR कर डाली
रिपोर्ट/विजय कुमार चौहान
कोरबा/ जिला कोरबा के मानिकपुर क्षेत्र अंतर्गत निवासी लोकसभा चुनाव प्रत्याशी दिलीप मिरी के ऊपर मानिकपुर चौंकी में दैनिक वेतन भोगी वाहन चालक अनिल यादव को प्रार्थी बनाकर पुलिस के द्वारा संबंधित चौंकी में श्री मिरी के ऊपर फर्जी व झूठा प्रथम रिपोर्ट दर्ज करवाने की जानकारी मिली है। मिरी ने बताया कि पुलिस अधिकारियों से सुरक्षा व्यवस्था की मांग करने पर सुरक्षा प्रदान नहीं करते हुए उल्टा मिरी के ऊपर ही द्वेषपूर्वक की भावना रखते हुए फर्जी एफआईआर की गई है।
दिलीप मिरी का कहना है कि, मैं दिलीप कुमार मिरी, जाति- अनुसूचित जाति का व्यक्ति हूं और पेश से अधिवक्ता हूं और कोरबा लोकसभा से निर्दलीय प्रत्यासी के रूप में चुनाव लड़ रहा हूं, दिनांक 23.04.2024 से 26.04.2024 तक मेरे छोटे भाई एवं छोटी बहन की शादी थी, दिनांक 26.04.2024 को छोटी-बहन के लिए बारात आये थे। दिनांक 26.04.2024 व 27.04.2024 की मध्य रात्रि कुछ बाराती शराब के नशे में गाली-गलौच कर विवाद कर रहे थे, शादी में आए कुछ मेहमान व बाराती के मध्य विवाद हुआ, विवाद की घटना शादी कार्यक्रम से 200 मीटर दुर था और मुझे घटना की जानकारी भी नहीं थी। मैं छोटी बहन के विवाह कार्यक्रम में व्यस्त था तभी लगभग 27.04.2024 को दोपहर 2:00 बजे के आस पास मुझे विवाद की जानकारी हुई तो मैने सुरक्षा व्यवस्था के लिए मानिकपुर चौकी प्रभारी व कोरबा पुलिस कंट्रोल रूम में फोन करके सुरक्षा व्यवस्था की मांग की परंतु कुछ पुलिस वाले और विवाद करने वाले व्यक्तियों ने विवाह कार्यक्रम स्थल में आकर शादी रोकने का प्रयास कर रहे थे।
जिस पर मेरे द्वारा बताया गया कि मैने ही फोन करके सुरक्षा की मांग की है और उल्टा मेरे बहन की शादी रोकवाने का प्रयास किया जा रहा है जो अनुचित है।
अगले दिन कोरबा पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी को विवाद की जानकारी होने पर मानिकपुर चौकी में दैनिक वेतन भोगी पुलिस वाहन चालक अनिल यादव को प्रार्थी बना के मेरे ऊपर झूठा प्रथम सूचना दर्ज करवाया गया है। जिसका अपराध क्र. 256/2024 दर्ज किया गया है।
इसके पूर्व मैने दिनांक 18.04.2024 को कोरबा पुलिस अधीक्षक के विरूद्ध मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रायपुर छ०ग० और मुख्य चुनाव आयुक्त (भारत) नई दिल्ली को पत्र लिखकर कोरबा लोकसभा क्षेत्र से हटाने की मांग किया था, जिसके वजह से संबंधित व्यक्ति द्वेष रखते हुए व लोकसभा चुनाव को प्रभावित करने के लिए मुझ पर झूठा एफ.आई.आर. दर्ज कराया गया है।
चूंकि मैं कोरबा लोकसभा में जितने की पूरी आशंका है। परंतु एफ.आई.आर. के बाद पुलिस द्वारा जानबूझकर मुझे हराने का काम किया जा रहा है, जिससे मैं आहत हूं।
आगे मिरी ने अपने शिकायत पत्र में लिखा है कि मामले की गंभीरता को समझते हुये पुलिस अधीक्षक कोरबा सिद्धार्थ तिवारी के विरूद्ध कार्यवाही करने की मांग की गई है।