यशोदाओ का मानदेय बढ़ाने सहित स्थाईकरण की मांग को लेकर यशोदा संघ ने सोंपा ज्ञापन
भरतपुर। अखिल राजस्थान यशोदा संघ की सदस्यों ने गुरुवार को अतिरिक्त जिला कलेक्टर नीरज मीणा को ज्ञापन सौंपकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में स्वैच्छिक कार्यकर्ता यशोदाओं का मानदेय बढाने व स्थाईकरण करने की मांग की। इस मौके पर यशोदाओं ने बताया कि प्रदेश में चिकित्सा संस्थानों में प्रसव केन्द्रों पर यशोदा पद पर लगभग 557 यशोदाएं स्वेच्छिक कार्यकर्ता के रूप में कार्य कर रही हैं। सरकार के द्वारा यशोदाओं को डिलीवरी पर 160 रूपये व अधिकतम मानदेय छ हजार रूपये दिया जा रहा है। पिछली आठ वर्ष में मानदेय में कोई बढोतरी नहीं की गई है। सरकार यशोदाओं को स्क्रीनिंग 2023 में शामिल कर शहरी आशा पद या कोई और पद नाम देकर स्थायी करें इसलिए सरकार को ज्ञापन देकर मांग की जा रही है यशोदाओं का मानदेय 15 से 20 हजार रूपये तक किया जाए। यशोदाओं को नियमित किया जाना चाहिए। इस मौके पर पूनम रानी, सपना, मोनिका, नीरज, कमलेश, कुसुम, विमला, ममता, सुमित्रा, पूनम कैन, गीता, कृष्णा सहित अनेकों यशोदाएं मौजूद रहीं।।
भरतपुर से हेमंत दुबे