Atm सिक्योरिटी गार्ड की सैलरी कई महीनों से न मिलने पर लगाया ताला
कृष्णा पंडित की कलम से
वाराणसी @ भारत देश जहॉ सांसद विधायक के ऊपर प्रतिवर्ष 100 अरब रुपए खर्च होते हैं वही देश में दो रोटी के लिए चारों पहर जी तोड़ मेहनत करने वालों की तनख्वाह नहीं मिलती…
सुनने में अटपटा लग रहा होगा लेकिन कड़वा सच है ऐसे कई मामले संज्ञान में आते है तो स्याही भी कलम का साथ छोड़ने के लिए मजबूर हो जाती है मानो मासूम सी आवाज अपने करुणा मय दर्द को छुपाने की कोशिश कर रहा हो !
कभी आईएएस आईपीएस का वेतन रुकने की ख़बर नहीं सुनें होंगे वहीं सांसद ,विधायक की वेतन रुकने की खबर भी नहीं मिलती है लेकिन सुरक्षाकर्मी चतुर्थ श्रेणी मजदूर वर्ग निजी संस्थानों में काम कर रहे कर्मचारी की वेतन दुखने की खबर दिन अखबारों की सुर्खियां बनती हैं !
सविधान में लिखा बहुत कुछ है पालन कुछ नहीं होता बदलते समय की मांग है कि सविधान भी बदलने की जगत है जहां समाज की सेवा करने वाले जन सेवक जिनकी नियत कुछ भी हो लेकिन सरकारी बेवफा का आडंबर चारो तरफ फैला हुआ होता है लाओ लश्कर व भोकाल कोई सीमा नहीं होती..
आज वाराणसी में एसबीआई के सिक्योरिटी गार्ड जिनकी तनख्वाह 4 महीने से मिल रही हे अब आप सोच सकते हैं कि गरीब परिवार का भरण पोषण कैसे होता होग इसी को लेकर वाराणसी के रविंद्र पूरी, लंका भगवानपुर ,भेलुपुर, काल भैरव कबीर चौरा राम कटोरा, विश्वनाथ मंदिर ,सिद्दगिरीबाग ,सिगरा लहरतारा, मडुवाडीह अन्य कई इलाकों मे एसबीआई का एटीएम बंद है !
लाचार मजबूर असहाय कर्मचारियों का कहना है कि जब तक सैलरी नहीं दी जाती तब तक आगे भी हम सभी लोग अपने कार्य से दूर रहेंगे !
अब आगे यह देखना है कि खबर चलने के बाद अधिकारियों के कान में जूँ रेंगतें हैं या सिर्फ खाना पूर्ति होती है और इन गरीबों की आंसुओं का दामन दर्द की कढ़ाई में परोस दिया जाता है !!