जनपद शिक्षा केंद्र भीमपुर मे नियमित एवं अतिथि शिक्षक शिक्षिकाओं का पांच दिवसीय प्रशिक्षण का समापन हुआ,,,,,
संवाददाता इदरीश विरानी
दामजीपुरा/मास्टर ट्रेनर श्री प्रदीप राने सर, विनोद खातरकर, राजू कुदारे, इंगले सर, द्वारा पांच दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया राने एवं खातरकर सर द्वारा व्यावसायिक उन्नयन हेतु कक्षा 6 से 8 शासकीय आदि सभी का प्रशिक्षण में माध्यमिक शालाओं के नियमित एवं अतिथि शिक्षकों को सबसे पहले शिक्षक में सक्रियता सहभागिता सरलता और स्वभाव सकारात्मक होना चाहिए बच्चों की वस्तु स्थिति का अवलोकन करते हुए क्षमता के अनुसार समझ को विकसित करना एक शिक्षक के अंदर इन सभी अवधारणाओ का होना अति आवश्यक है आज बच्चों की नीव मजबूत करना अति आवश्यक है क्योंकि बच्चे देश के भविष्य है चाहे किसी भी क्षेत्र में अच्छा करने के लिए जाए उन्होंने बताया कि शिक्षक एक खुद दीपक की तरह जलकर दूसरों को रोशनी देखकर उच्च स्तर तक पहुंचता है शिक्षक भारत देश का एक राष्ट्र निर्माता है आज कितने ही बड़े व्यक्तित्व बन जाए या बड़े पद मिल जाए चाहे जिले का कलेक्टर हो या देश के प्रधानमंत्री राष्ट्रपति जैसे महत्वपूर्ण पद शिक्षक के मार्गदर्शन के कारण ही बने हैं शिक्षक के गुण के द्वारा ही सर्वोच्च पद पर बैठे हैं यही शिक्षक की महानता है, प्रशिक्षण के अंतिम दिन बीआरसी सर श्री रूपसिंग ठाकुर द्वारा बताया गया कि शिक्षक का सभी जगह सम्मान होता है,अतिथि शिक्षक सुजीत इवने द्वारा प्रक्षणार्थियों को प्रेरणा गीत के माध्यम से समझाया कि आज की युवा पीढ़ी नशा की ओर तेजी से बढ़ रहा बढ़ रहे हैं उन्हें रोकना अति आवश्यक है प्रशिक्षण में उपस्थित हुए शिक्षक-शिक्षिकाएं श्री नर्मदा प्रसाद, शैलेंद्र बिहारिया, भावना द्विवेदी, गोलू मर्सकोले, सुजीत इवने, प्रमोद , मिट्ठू इवने, सियाराम इवने, राहुल कश्यप, गौरव,
त्रिवेणी धोटे, प्रेमलता, पूजा तिवारी, मीणा गौतम रामनिवास, रामदास, संजू पवार, बाबूलाल, हीरामन यादव, महेश जांगरे, संजय वागद्रे, साहबलाल, आदि सभी का प्रशिक्षण में सराहनीय और प्रंशनीय योगदान रहा।