: प्रतापपुर के भौरज गांव स्थित एक कुआं में रविवार को नीलगाय गिर पड़ी। हलचल की आवाज सुन ग्रामीण कुएं के समीप पहुंच कर देखें तो उसके अंदर एक नीलगाय गिरी हुई थी । पशु की छटपटाहट देखकर लोगों की मानवता जाग उठी और उसे निकालने की जुगाड़ में जुट गए। देखते ही देखते काफी संख्या में ग्रामीण कुएं के समीप एकत्रित हो गए। जिसके बाद ग्रामीणों द्वारा इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी गई। जिसके बाद मौके पर पहुंचे वन विभाग के अधिकारी तथा कर्मी एवं ग्रामीणों के द्वारा कुएं से नीलगाय को निकालने के लिए साझा प्रयास प्रारंभ किया गया। काफी मशक्कत के उपरांत वन विभाग के अधिकारियों एवं ग्रामीणों के साझा प्रयास से आवारा पशु को सकुशल कुएं से बाहर निकाला गया। कुएं से बाहर निकलते ही नीलगाय अपने जीवन को सुरक्षित पाकर भाग खड़ी हुई । एक तरफ आवारा पशुओं से परेशान होकर किसान उन से छुटकारा पाने के लिए सरकार से गुहार लगाते फिरते हैं। जिसके आलोक में झारखंड के कई जिलों में इन पशुओं को मारने के लिए सरकार द्वारा निशानेबाजों को प्रतिनियुक्त किया गया है तो दूसरी तरफ प्रतापपुर के भौराज़ ग्राम में इस आवारा पशु को कुएं से सुरक्षित निकाल जीवन दान देकर ग्रामीणों ने मानवता की मिसाल खड़ा करने का काम किया है। मौके पर मौजूद सुरेश कुनार दास, विवेक कुमार, कृष्णा मोहन कुमार, विकास रंजन, अन्य वन क
Location:Pratappur,Chatra By:Kr chandan