श्रीमद्भागवत कथा का सुन्दर वर्णन

Riport By-मंगल ठाकुर

बिलासपुर
विकासखंड झंडूता के तहत ग्राम पंचायत बलोह के खरोटा गाँव में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन पंडित अंकुश शर्मा ने कहा कि ईश्वर की सच्ची भक्ति हमारे जीवन को भवसागर से पार लगाती है। भक्ति से मनुष्य का हृदय पवित्र होता है। उसके अंदर से घृणा और विद्वेष समाप्त होता है। उन्होंने कहा कि जीव का मन आध्यात्मिकता में लगता है। पंडित अंकुश शर्मा ने कहा कि जीव का मन जब भगवान की भक्ति में लग जाता है तो ईश्वर ही उसकी रक्षा करता है। मनुष्य जीवन बहुत भाग्य से मिलता है। इसलिए सांसारिक जिम्मेदारियां निभाने के साथ-साथ इस जीवन को देशभक्ति और प्रभु भक्ति में लगाना चाहिए। गुरु और संतों के बताए मार्ग पर चलने से व्यक्ति का कल्याण संभव है।

उन्होंने कहा कि सच्चे मन से भगवान की भक्ति करने से ही जीव का कल्याण होता है कहा कि मानव को हमेशा मन में यह भावना रखनी चाहिए कि मैं भगवान का हूं और भगवान मेरे हैं। भगवान से हम जैसा भी संबंध बनाते हैं, भगवान उस संबंध को अवश्य निभाते हैं। उनके द्वारा सुनाई गई भगवान श्री कृष्ण की सुंदर बाल लीलाओं ने भक्तों को भक्ति रस से ओतप्रोत कर दिया। उन्होंने बाल कृष्ण जी द्वारा पूतना का उद्धार करना, व्योमी, केशी, वकासुर, अघासुर आदि असुरों का उद्धार कर कालिया नाग को नथना, ब्रह्मा जी और इंद्र का मान मर्दन करने की कथा का श्रवण कराया।

इसके अलावा बृजवासियों की रक्षा करने के लिए बाल कृष्ण द्वारा गिरिराज को अपनी कनकी अंगुली पर सात दिन रात तक धारण करने की लीलाओं का सुंदर व्याख्यान किया गया। इस मौके पर क्षेत्र के विधायक जीतराम कटवाल ने भी कथा का अमृत मान किया कथा के आयोजक कुलदीप चंद व निशु देवी ने बताया कि कथा का समापन 25 दिसंबर को किया जाएगा विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा कथा में कैप्टन धनीराम धीमान, राम प्रकाश कपिल, मनोज पराशर, रमण गौतम रामदास गौतम, सपना कपिल, हंसराज, सतीश कुमार, पीडी शर्मा, देवकी देवी, बंतो देवी, संजीव पराशर, बसंत राम कपिल, गीता देवी, सोमनाथ शहीद अन्य ग्रामीण उपस्थित थे।

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