Report By-महेंद्र अग्रवाल
एन एस यू आई के सम्मेलन के दौरान भूपेश बघेल के बयान पर सांसद गोमती की प्रतिक्रिया
रायगढ़ :- भाजपा को सामने देख सत्ता वापसी को कठिन चुनौती मानने वाले भूपेश बघेल ने चुनाव में पहले ही हार स्वीकार कर ली है। सांसद गोमती साय की यह प्रतिक्रिया उस बयान में आमने आई जिसमे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एन एस यू आई की बैठक में कहा कि कांग्रेस सरकार तो बना लेती है लेकिन रिपीट नही कर पाती सत्ता वापसी बड़ी चुनौती है। सांसद गोमती ने चुटकी लेते हुए कहा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी ने राम की शरण लेते ही पहली बार सच बोला है। ये भगवान राम के शरण की ताकत है। सांसद ने आईना दिखाते हुए कहा भाजपा के सशक्त विरोध का यह जीवंत प्रमाण है कि भूपेश बघेल को सत्ता वापसी की राह कठिन नजर आने लगी है। बेरोजगारी भत्ता प्रधान मंत्री आवास शराब बंदी भ्रष्टाचार एवं गौठान मे अनियमितता गोबर खरीदी में घोटाला जैसे अनेक मुद्दों में भाजपा के पुरजोर विरोध से भूपेश सरकार को अपनी जमीन खसकती नजर आ रही है। यूपी गुजरात मध्य प्रदेश जैसे राज्यों का उदाहरण देते हुए गोमती साय ने कहा भाजपा ने न केवल इन बड़े राज्यो में जनता की सेवा का बदौलत वापसी की है बल्कि केंद्र की मोदी सरकार ने भी सत्ता मे वापसी की है। जनता से वादाखिलाफी एवम भ्रष्टाचार के कारण सत्ता वापसी की राह कठिन होती है छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के लिए सत्ता के वापसी की राह इन दोनो ही वजहों से कठिन हो गई है । प्रदेश मे विकास कार्य ठप्प पड़े हुए है। केंद्र से 55 हजार करोड़ रुपए कर्ज लेकर किसानों को बोनस बाटने वाले भूपेश बताए किसानो को दस हजार करोड़ का बोनस बाटने के बाद शेष रुपए कहां गए ? सांसद गोमती ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भाजपा की कार्यशैली से सिख लेने की नसीहत देते हुए कहा भाजपा ने दशकों पहले दो सीटो से सफर शुरू किया आज पूर्ण बहुमत की सरकार है । जनता से मिली इसी ताकत का सदुपयोग करते हुए मोदी सरकार ने धारा 370 को खत्म किया, तीन तलाक समाप्त किया राम मंदिर का निर्माण किया और भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाया करोड़ों शौचालय बनाए गए करोड़ों खाते खोले गए करोड़ों आवास बनाए गए करोड़ों लोगो को अनाज मिला करोड़ों लोगो को निशुल्क गैस मिला। जो कार्य सत्तर सालो में नही हो पाए वो मोदी जी ने नौ सालो में कर दिखाया । मोदी सरकार ने कांग्रेस सरकार की तर्ज पर जनता से वादाखिलाफी नही की। गोमती ने कहा जन आकांक्षाओं में खरा उतरने की वजह से भाजपा को सत्ता वापसी का मार्ग सहज लगता है।