R9 भारत राष्ट्रीय न्यूज़ चैनल
डिस्ट्रिक्ट क्राइम हेड साहिल के साथ
नरवर, में सोशल डिस्टेंसिंग एवं मास्क की जमकर उड़ाई जा रही है धज्जियां संक्रमण से बचाव के नही है कोई भी इंतजाम
नरवर नगर में बैंक के अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा जमकर उड़ाई जा रही महामारी की धज्जिया
आकाशशर्मा शिवपुरी- नल के नाम से प्रशिद्ध नगर नरवर में बैंक प्रबंधक आने के बाद से यहाँ की कार्यप्रणाली अस्थिर हो गयी है एवं नरवर नगर में बैंक में बड़े बड़े नियमो का सरेआम मजाक बनाया जा रहा है एवं गरीब मजदूर किसान भूखे पेट ना सोएं इसके लिए सरकार द्वारा अथक प्रयास किये जा रहे है परंतु इन प्रयासों एवं साशन की घोषणाऐ ओर व्यबस्थाये कागजो में ही सिमट कर रह गयी है इसका स्पस्ट नजार नरवर नगर में स्टेट बैंक में स्पस्ट देखा जा सकता है और बैंक के बाहर सुबह 5 बजे से लोगो की लाइन लगना सुरु हो जाती है और यह लाइन शाम तक लगी देखी जा सकती है और इस लाइन में जो लोग सुबह से लगे होते है वह शाम को भी देखे जाते है क्योंकि बैंक के अधिकारियों द्वारा गार्ड ओर कर्मचारियों को शक्त निर्देश है कि किसी को अंदर ना आने दिया जाए और एक और नगर के बड़े बड़े व्यपारियो के लिए आम जनता तो इस लाइन में ही लगी रहती है और व्यपारियो के काम मिनटों में हो जाते है जब इसकी जानकारी नगर के ब्यूरो को लगी तो उन्होंने लोगो की बातों को ना मानते हुए खुद यह धज्जियां देखने चाही तो यह नजार देखने लायक था बैंक के बाहर सेकड़ो की तादात में लोग धूप में खड़े हुए थे और सोशल डिस्टेंसिंग एवं मास्क लगाए हुए है परंतु बैंक के अंदर जाकर देखा तो गार्ड गायब था और अधिकारी, कर्मचारियों को देखा तो मास्क का तो नाम ही नही था ऐसा लग रहा था कि कोरोना वायरस तो कभी का समाप्त हो गया हो ओर ac में बैठकर स्टॉफ टाइमपास कर रहा था फोन चलाने में व्यस्त था परन्तु इसमें गरीब मजदूर ओर किसानों की भी कोई गलत नही थी उन्हें पूरे दिन लाइन में लगना था और वहाँ पीने के पानी की तो कोई व्यबस्था ही नही थी और मजे की बात तो यह है कि अंदर से कर्मचारी द्वारा कहा जा रहा था कि हमारे कियोस्क वाले आपकी समस्या का समाधान कर देंगे वहाँ जाइए बैंक से 50 एवं 100 मीटर की दूरी पर हमारी दो दो कियोस्क सेंटर है ओर मुझे परेशान मत कीजिये ओर ब्यूरो ने गरीब मजदूरो से पूछा कि आपका बैंक में क्या काम है तो उन्होंने बताया कि हमे बैंक से पैसे निकालने है जिसे लेने के लिए हम 2 दिन से बैंक के चक्कर लगा रहे है गार्ड तो दिख ही नही रहा है और कर्मचारियों द्वारा हमे बैंक के अंदर ही नही जाने दे रहा है और कल् हमसे कहा गया था कि अंदर जाने का सुविधा सुल्क लगेगा गरीब मजदूरों का कहना था कि हम इनको पैसे देगे तो हम खायेंगे क्या ओर वहाँ एक बैंक कर्मचारी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि बैंक के ताले अधिकारियों के कहने पर लगाए जाते है जिससे उनके संरक्षण वाले कियोस्क चल सके और बैंक प्रबंधक का वहाँ कमीशन भी फिक्स है और मजे की बात तो यह है कि यहाँ बैंक प्रबंधक सरकार तो दूर कलेक्टर के आदेशों को भी नही मानते है क्योंकि बैंक प्रबंधक की सत्ता में मजबूत पकड़ है तो वह कोई कार्यवाही से नही डरते है ओर यहाँ सेकड़ो की तादात में ग्रामीण कृषक गरीब मजदूर पैसा निकालने के लिए आते है तो बैंक की खस्ता हालत देखते हुए उन्हें प्रबंधक के संरक्षण वाले कीओस्क पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है और कियोस्क संचालक उनसे मनमाने पैसे लेते है और इसके बाद कृषक लुटे पिटे नजर आते है जिस कारण यहाँ बैंक की कार्यप्रणाली अस्थिर हो गयी है नरवर नगर की जनता ने कलेक्टर महोदय से मांग की है कि हो रहे इस अन्याय को रोकने की कृपा करें और बैंक में महामारी जैसे हालातो मे सत्ता में मजबूत पकड़ रखने बाले प्रबंधक पर कार्यवाही की जाए जिससे हम सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर सके और कोरोना वायरस जैसी गंभीर महामारी के अपना योगदान कर सके।
नोट-बैंक के अंदर कर्मचारी द्वारा नहीं लगाया गया मास्क।