जिले के भाजपाईयों ने संवेदनहीनता की पार की पराकाष्ठा,
देश के पहले रक्षा प्रमुख के मौत की खबर के बाद शोक सभा के बजाय निकाली रैली,
पूरा देश देता रहा श्रद्धान्जली,
सिंगरौली भाजपाई आतिशबाजी व रैली निकाल मनाते रहे जश्न
लोग कर रहे आलोचना, सोशल मीडिया पर भी कर रहे ट्रोल
सिंगरौली-
देश के पहले रक्षा प्रमुख (सीडीएस) चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ जनरल विपिन रावत के सपत्नीक तमिलनाडू के कुन्नूर में हैलीकाप्टर दुर्घटना में दिवंगत होने की खबर के बाद पूरा देश जहाँ शोक में डूब गया वहीं हर कोई अपने स्तर से उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करने लगा, लेकिन सिंगरौली में भाजपाई शोक सभा के बजाय आतिशबाजी व डीजे के साथ रैली निकाल युवा व किसान मोर्चा नव नियुक्ति का जश्न मनाने में लग कर संवेदनहीनता का परिचय देते रहे। जिले के भाजपाइयों के इस कृत्य को देख लोग मौखिक व सोशल मीडिया पर तरह तरह की नाकारात्मक प्रतिक्रिया दे रहे हैं और कह रहें है कि यदि रक्षा प्रमुख के दिवंगत दिवस पर यदि विपक्षी दल ने धोखे से भी किसी प्रकार का जश्न मना लिया होता तो भाजपायी उन्हें गद्दार व देशद्रोही जैसे न जाने कितने आरोप लगाकर पुतला दहन कर चुके होते। इसके लिए जिला प्रशासन की अनुमति भी जरूरी नही समझते। देश भक्ति व देश के लिए समपर्ण की बात करने वाली विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के सिंगरौली पदाधिकारियों का नव नियुक्ति रैली निकालना कितना उचित है इसका संज्ञान भाजपा के प्रदेश नेतृत्व को लेना चाहिए,क्योंकि इनके इस कृत्य से जिला शर्मशार हुआ है।
गौरतलब है कि 8 दिसम्बर को तमिलनाडु के कुन्नूर में हैलीकाप्टर क्रैश हादसे में भारत के पहले रक्षा प्रमुख बिपिन रावत , उनकी पत्नी मधुलिका , इनके सशस्त सुरक्षा बल के 11 सैनिक, सीडीएस के सैन्य सलाहकार ब्रिगेडियर एल. एस. लिद्दर और स्टाफ ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिन्दर सिंह की मौत हो गयी। हादसे की खबर के बाद पूरा देश शोकाकुल हो गया और हर कोई शोक व्यक्त कर श्रद्धाजंलि अर्पित करता रहा , लेकिन इतने बड़े हादसे से जिले के भाजपा पदाधिकारी बेखबर हो, रक्षा प्रमुख के मौत पर शोक सभा आयोजित करने के बजाय भाजपा युवा मोर्चा के नवनियुक्ति का रैली निकालने में लगे रहे। अपने कार्यकाल को लेकर सुर्खियों में रहने वाले चर्चित भाजपा जिलाध्यक्ष वीरेंद्र गोयल हादसे अनजान बन बकायदे भाजपा युवा मोर्चा के नवागत अध्यक्ष राजेंद्र सिंह के जिप्सी पर सवार हो पूरे शहर में आतिशबाजी व वाहनों के काफिले के साथ रैली निकाल जश्न मनाते रहे।