शुभ मुहूर्त में गणेश जी की स्थापना पंडालों में हुई,
कानड़ /बड़े-बड़े पांडवों में और घरों के अंदर प्रथम पूज्य गजानन गणपति रिद्धि सिद्धि के दाता को शुभ मुहूर्त में विराजमान किया गया,गणेश चतुर्थी पर्व पर गणेश प्रतिमा को ले जाकर पांडवों में स्थापना की गई, क्या बड़े क्या बच्चे गणेश उत्सव को लेकर काफी उत्साह सभी में देखा गया, नगर में 10 से अधिक स्थानों पर गणपति बाबा की मूर्ति विराजमान की गई, कोराना काल के बाद पहली बार गणेश उत्सव पर्व बड़े धूमधाम से और उत्साह से मनाया जा रहा है, गणेश उत्सव को लेकर पूर्व से तैयारियां जोरों पर नगर में चल रही थी, नगर में बड़े-बड़े पंडाल सजाए गए, बच्चों ने भी छोटी-छोटी झांकियां घरों के अंदर सजा रखी, अति प्राचीन पीपल चौक गणेश मंदिर की साज सजा भी की गई,वही गणेश जी का आकर्षक श्रंगार भी किया गया, नगर में झंडा चौक, गोंधी चौराहा, राजवाड़ा, मालवीय मोहल्ला, गायरी सेरी, पचलना रोड, नेताजी कॉलोनी आदि जगहों पर गणेश स्थापना की गई, प्रमुख चौराहो से आतिशबाजी और ढ़ोल के साथ गणपति जी की प्रतिमा को लेजाया गया,