काफी रात हो चुकी है, लेकिन छत्तीसगढ़ में उस ‘सुबह’ के इंतजार का इम्तिहान जरा लंबा हो चुका है
राहुल साहू के बोरवेल में गिरने के हादसे को इस समय पूरा छत्तीसगढ़ अपना पारिवारिक हादसा मानकर जिस तरह से प्रार्थनाएँ कर रहा है, यह हम सबका पारस्परिक संबल है।
सोशल मीडिया/मीडिया के माध्यम से आप तक खबर पहुँच रही है, देश भर के लोग इस ऑपरेशन पर नजर बनाए हुए हैं।
लगभग 55 घंटे से अधिक समय से जारी ऑपरेशन अब अपने अंतिम दौर में प्रवेश कर चुका है। यह छत्तीसगढ़ का अब तक का सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन है। आने वाले 5-6 घंटे हमारा बड़ा इम्तिहान हैं।
इस रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे सभी अधिकारियों, कर्मचारियों एवं सभी टीमों दिन रात एक कर दी है
चट्टानी इरादे चट्टानों को तोड़ रहे हैं, खराब मौसम का रुख मोड़ रहे हैं, विश्वास है कि अथक प्रयास और समर्पित सेवाभाव से राहुल जल्द सकुशल हमारे बीच होगा।
कलेक्टर जांजगीर-चांपा को भी निर्देश किया है कि आपातकालीन चिकित्सा की पूर्ण तैयारी रखी जाए, साथ ही कलेक्टर बिलासपुर को भी सिम्स, अपोलो हॉस्पिटल में तैयारी रखने के निर्देश दिए हैं।
हम सब ईश्वर से प्रार्थना करते हैं, टीमों पर पूर्ण विश्वास रखते हुए आशा करते हैं कि सुबह सूर्योदय के साथ राहुल साहू का मुस्कुराता चेहरा हम सबके बीच होगा।
हम होंगे कामयाब