अतिक्रमण हटाओ अभियान में आज फिर गरजा पीला पंजा,अतिक्रमण हटाने में नगरपालिका दस्ता नाकाम।

राजाखेड़ा,धौलपुर

अतिक्रमण हटाओ अभियान में आज फिर गरजा पीला पंजा,अतिक्रमण हटाने में नगरपालिका दस्ता नाकाम।

राजाखेड़ा ही नहीं बल्कि पूरे धौलपुर जिले में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जा रहा है।अभियान के दूसरे दिन भी नगरपालिका प्रशासन पूरी तैयारी एवं संसाधनों के साथ बाजार में फैले हुए अतिक्रमण को हटाने के लिए निकला।राजाखेड़ा कस्बे के किसी भी गली में आप जाए तो अतिक्रमण इतनी बुरी तरह पसरा हुआ है की निकलना भी दुभर है।मगर इसको हटाने में नगरपालिका प्रशासन और पुलिस नाकाम हो रही है।बाजार में लगे हुए हथठेलों,बेतरतीव वाहनों,अवैध रूप से वाहनों की पार्किग हो रखी है जिससे बाजार का मुख्य मार्ग संकरा हो गया है।जिससे बाजार में जाम लग जाता है।और वाहनों का निकलना तो दूर पैदल चलने वाले राहगीरों को भी निकलने में बड़ी मशक्कत करनी पड़ती है।

धीरे धीरे पनप रहा अतिक्रमण………….नगरपालिका और प्रशासन के द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही साल में एक से दो बार की जाती है उसके बाद अतिक्रमण का कोई ख्याल नहीं रहता है।अतिक्रमणकारियों के द्वारा अतिक्रमण कुछ दिनों से नहीं हुआ बल्कि धीरे धीरे पिछले कई सालों से हुए अतिक्रमण ने अस्थाई से स्थाई रूप ले लिया है जिसको अब हटा पाना नगरपालिका और प्रशासन के लिए चूहे के द्वारा पहाड़ को खोदने के बराबर है।यह अतिक्रमण बाजार ही नहीं बल्कि राजाखेड़ा के मुख्य मार्गों और गलियों में सड़कों पर अवैध रूप से पसरा हुआ है।जिस अवैध पार्किंग और अतिक्रमण के प्रति नगरपालिका और प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा सके हैं।

अतिक्रमण हटाओ अभियान की की कार्यवाही कागजों में सिमटी,कुछ ही घंटों में हालात ज्यों की त्यों……………राजाखेड़ा नगरपालिका और प्रशासन,पुलिस के द्वारा संयुक्त कार्यवाह करते हुए अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है दो दिन पूरी शक्ति और दलबल के साथ पालिका का दस्ता संसाधनों से लैस होकर निकला पर कार्यवाही दिखावटी साबित रही।बड़े स्तर पर फैले हुए अतिक्रमण पर ऊंट के मुंह में जीरे के समान ही कार्यवाही कर सके।अतिक्रमण कुछ ऐसी तस्वीरें जो खुद ही बयां कर देगी की अतिक्रमणकारी नगरपालिका और प्रशासन से भी ज्यादा ताकतवर साबित हो रहे है।जिससे साफ पता चलता है की कुछ अतिक्रमणकारियों और राजनीतिक रूप से संरक्षण प्राप्त है जिससे उनके ऊपर सख्त कार्यवाही नहीं हो पाती है।जिससे अतिक्रमण,जाम और अवैध पार्किंग से लोगों को निजात नहीं मिला है इसको लेकर पालिका और प्रशासन को सख्त से सख्त कदम उठाने होंगे नहीं तो अतिक्रमण के खिलाफ हुई कार्यवाही महज कागजी लिफापोती बनकर रह जायेगी।दो दिनों में जो कार्यवाही हुई वो अब फिर ज्यों की त्यों है।बाजार में अतिक्रमणकारियों को अतिक्रमण हटाओ अभियान की भनक पहले से ही लग जाती है तो वो अपना अतिक्रमण हटा लेते हैं। उस अभियान के निकलने के बाद फिर वही ज्यों की त्यों हालात हो जाते हैं।

हथठेलों और और अन्य को करना होगा एक जगह निश्चित…………राजाखेड़ा कस्बे में लगे हुए बाजार में हथठेलों वालों की संख्या बहुत है।वह अपना रोजगार करने के लिए हथठेलों के जरिए सामान,सब्जी बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं उनके पास वही एक रोजगार का माध्यम है जिससे वो बाजार में ठेलों के माध्यम से रोजगार कर रहे हैं उनके ठेलों को बाजार में से हटाकर के पालिका और प्रशासन को एक जगह निश्चित करनी चाहिए जिससे खरीददार वहां पर पहुंचे और सामान सब्जी खरीदें और उनको रोजगार में मदद मिल सके।

रिपोर्ट।मनोज राघव के साथ कुश राठौर राजाखेड़ा।

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