सड़क निर्माण कार्य में की जा रही लीपापोती:ग्रामीण। गुणवत्ताहीन सड़क बनाए जाने पर,ग्रामीण ठिकेदार पर लीपापोती करने का लगा रहे आरोप।

प्रतापपुर:रोड ठिकेदार पर अनियमितता कार्य कराने को लेकर ग्रामीणों ने किया विरोध।

घटिया सामग्री का प्रयोग कर बनाया जा रहा है सड़क,अभी से ही सड़क हो रहा है क्षतिग्रस्त।

कुमार चंदन,प्रतापपुर/चतरा।
प्रतापपुर:रोड ठिकेदार पर अनियमितता कार्य कराने को लेकर ग्रामीणों ने किया विरोध।

घटिया सामग्री का प्रयोग कर बनाया जा रहा है सड़क,अभी से ही सड़क हो रहा है क्षतिग्रस्त।

कुमार चंदन,प्रतापपुर/चतरा।

प्रतापपुर: प्रतापपुर प्रखंड अंतर्गत डुमरवार पंचायत के तेगम गांव के सुरपाट नदी से गांवों जाने वाली सड़क को पक्की सड़कों के माध्यम से गांवों का विकास करने की दिशा में सरकार कार्य कर रही है, ताकि चतरा जिले में कोई भी गांव विकास के नक्शे से वंचित ना हो। गांव तक सड़कों का जाल फैलाने सरकार प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना जैसे महत्वाकांक्षी योजनाएं चला रहीं। लेकिन जिम्मेदार विभागीय अधिकारी कर्मचारियों की उदासीनता के कारण निर्माण एजेंसियां गुणवत्ताहीन निर्माण को अंजाम देने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। परिणाम स्वरूप 40लाख के नवनिर्माण के चंद दिनों बाद से ही सड़क दम तोड़ने लगे है। दरअसल पूरा मामला प्रतापपुर प्रखंड क्षेत्र के डुमरवार पंचायत के सुरपाट नदी से लेकर तेगम सरकारी स्कूल जाने वाली विशेष प्रमंडल सड़क योजना के निर्माण कार्य में ग्रामीणों ने अनियमितता बरतने का आरोप लगाया है। यह सड़क लगभग 11सौ मीटर तक बन रही है। सड़क में भारी अनियमितता को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है। कार्य में हो रही धांधली के विरोध में बुधवार को मौजूद ग्रामीण अर्जुन गंझू,भागीरथ कुमार,अमिरका गंझु,फुलेश्वर महतो,सर्जू महतो,अजीत कुमार,निरंजन कुमार,सुरेंद्र गंझू,सतेंद्र गंझू,राजू गंझू,नटुली गंझू,चलीतर गंझू,बीरेंद्र गंझू,व सुरेश गंझू,जितेंद्र गंझू,सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए नाराजगी जताई। ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है। बालू और गिट्‌टी की मात्रा सही रूप से नहीं दी जा रही है। नियमों की अनदेखी की जा रही है। जिससे सड़क को बने दो दिन भी नहीं हुए और सड़क से छर्री व गट्टी बाहर आने लगे हैं। वही ग्रामीणों का कहना है कि जब इस सड़क के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया गया तो लोगों को उम्मीद जगी थी कि अब जर्जर सड़क से मुक्ति मिलेगी, लेकिन निर्माण के शुरुआती दिनों में ही कार्य में बरती जा रही लापरवाही शुभ संकेत नहीं है। जिस तरह से कार्य हो रहा है लगता है कि एक माह तक भी सड़क नहीं चल पाएगी। ग्रामीणों ने बताया कि तेगम गांववासी वर्षों से सुलभ आवागमन के लिए स्थानीय विधायक व मंत्री सत्यानंद भोक्ता से अच्छी सड़क बनवाने की मांग कर रहे थे। ग्रामीणों के अनुरोध पर विशेष प्रमंडल सड़क योजना से सुरपाट नदी टोला को तेगम गांव की मुख्य मार्ग को जोड़ने वाली सड़क निर्माण का शिलान्यास रोड ठिकेदार ने खुद की जिसके बाद अब तेज गति से सड़क का निर्माण कार्य शुरू किया गया है। लेकिन निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण नहीं होने से ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों ने कहा कि बिना इंजीनियर की उपस्थिति में ग्रामीण कार्य विभाग के अधिकारी और संवेदक काम करा रहे हैं। ग्रामीणों ने विरोध के साथ निर्माण कार्य की उच्चस्तरीय जांच कराकर गुणवत्तापूर्ण सड़क निर्माण कराने की मांग विभागीय अधिकारियों से की है। वही इस मामले पर प्रतापपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी मुरली यादव जी से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि डुमरवार के तेगम गांव की सड़क निर्माण कार्य में हो रही गुणवत्ताहीन काम को लेकर कार्यपालक अभियंता को सूचित किया जायेगा। इस मामले पर जांच कर करवाई की जाएगी।
प्रतापपुर: प्रतापपुर प्रखंड अंतर्गत डुमरवार पंचायत के तेगम गांव के सुरपाट नदी से गांवों जाने वाली सड़क को पक्की सड़कों के माध्यम से गांवों का विकास करने की दिशा में सरकार कार्य कर रही है, ताकि चतरा जिले में कोई भी गांव विकास के नक्शे से वंचित ना हो। गांव तक सड़कों का जाल फैलाने सरकार प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना जैसे महत्वाकांक्षी योजनाएं चला रहीं। लेकिन जिम्मेदार विभागीय अधिकारी कर्मचारियों की उदासीनता के कारण निर्माण एजेंसियां गुणवत्ताहीन निर्माण को अंजाम देने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। परिणाम स्वरूप 40लाख के नवनिर्माण के चंद दिनों बाद से ही सड़क दम तोड़ने लगे है। दरअसल पूरा मामला प्रतापपुर प्रखंड क्षेत्र के डुमरवार पंचायत के सुरपाट नदी से लेकर तेगम सरकारी स्कूल जाने वाली विशेष प्रमंडल सड़क योजना के निर्माण कार्य में ग्रामीणों ने अनियमितता बरतने का आरोप लगाया है। यह सड़क लगभग 11सौ मीटर तक बन रही है। सड़क में भारी अनियमितता को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है। कार्य में हो रही धांधली के विरोध में बुधवार को मौजूद ग्रामीण अर्जुन गंझू,भागीरथ कुमार,अमिरका गंझु,फुलेश्वर महतो,सर्जू महतो,अजीत कुमार,निरंजन कुमार,सुरेंद्र गंझू,सतेंद्र गंझू,राजू गंझू,नटुली गंझू,चलीतर गंझू,बीरेंद्र गंझू,व सुरेश गंझू,जितेंद्र गंझू,सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए नाराजगी जताई। ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है। बालू और गिट्‌टी की मात्रा सही रूप से नहीं दी जा रही है। नियमों की अनदेखी की जा रही है। जिससे सड़क को बने दो दिन भी नहीं हुए और सड़क से छर्री व गट्टी बाहर आने लगे हैं। वही ग्रामीणों का कहना है कि जब इस सड़क के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया गया तो लोगों को उम्मीद जगी थी कि अब जर्जर सड़क से मुक्ति मिलेगी, लेकिन निर्माण के शुरुआती दिनों में ही कार्य में बरती जा रही लापरवाही शुभ संकेत नहीं है। जिस तरह से कार्य हो रहा है लगता है कि एक माह तक भी सड़क नहीं चल पाएगी। ग्रामीणों ने बताया कि तेगम गांववासी वर्षों से सुलभ आवागमन के लिए स्थानीय विधायक व मंत्री सत्यानंद भोक्ता से अच्छी सड़क बनवाने की मांग कर रहे थे। ग्रामीणों के अनुरोध पर विशेष प्रमंडल सड़क योजना से सुरपाट नदी टोला को तेगम गांव की मुख्य मार्ग को जोड़ने वाली सड़क निर्माण का शिलान्यास रोड ठिकेदार ने खुद की जिसके बाद अब तेज गति से सड़क का निर्माण कार्य शुरू किया गया है। लेकिन निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण नहीं होने से ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों ने कहा कि बिना इंजीनियर की उपस्थिति में ग्रामीण कार्य विभाग के अधिकारी और संवेदक काम करा रहे हैं। ग्रामीणों ने विरोध के साथ निर्माण कार्य की उच्चस्तरीय जांच कराकर गुणवत्तापूर्ण सड़क निर्माण कराने की मांग विभागीय अधिकारियों से की है। वही इस मामले पर प्रतापपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी मुरली यादव जी से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि डुमरवार के तेगम गांव की सड़क निर्माण कार्य में हो रही गुणवत्ताहीन काम को लेकर कार्यपालक अभियंता को सूचित किया जायेगा। इस मामले पर जांच कर करवाई की जाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!