स्थानीय निकाय कोटे की 36 सीटों पर 9 अप्रैल को चुनाव होंगे। इसके लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। वहीं, 6 जुलाई के पहले विधायक कोटे की 15 सीटों पर भी चुनाव होना है।
लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा में प्रचंड जीत हासिल करने के बाद अब भाजपा ने विधान परिषद चुनाव (Legislative council election) के लिए कमर कस ली है। शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) ने इसके लिए 30 उम्मीदवारों की सूची जारी की है। इस लिस्ट में 3 महिलाओं के नाम भी शामिल किए गए हैं। विधान परिषद चुनाव में खड़े होने वाले एमएलसी प्रत्याशियों को वोट देने का काम सभासद, ग्राम प्रधान, बीडीसी ब्लाक प्रमुख, जिला पंचायत सदस्य करते हैं।
बता दें कि स्थानीय निकाय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से 9 अप्रैल को होने वाले राज्य विधान परिषद की 36 सीटों पर द्विवार्षिक चुनाव में बीजेपी की नजर बहुमत हासिल करने की होगी। वहीं इसके लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
बीजेपी प्रत्याशियों की लिस्ट में ये नाम शामिल
- प्रतापगढ़ से हरी प्रताप सिंह
- बाराबंकी से आनंद कुमार सिंह
- बहराइच से प्रज्ञा त्रिपाठी
- गोंडा से अवधेश सिंह मंजू
- फैजाबाद से हरिओम पांडे
- गोरखपुर महाराजगंज से सीपी चंद्र
- देवरिया से रतन पाल सिंह
- आजमगढ़ मऊ से अरुण कुमार यादव
- बलिया से रविशंकर सिंह पप्पू
- गाजीपुर से चंचल सिंह
- इलाहाबाद से केपी श्रीवास्तव
- बांदा हमीरपुर से जितेंद्र सिंह तोमर
- झांसी जालौन ललितपुर से रमा निरंजन
- इटावा फर्रुखाबाद से प्रांशु दत्त द्विवेदी
- आगरा फिरोजाबाद से विजय शिवहरे
- मथुरा एटा मैनपुरी से ओमप्रकाश सिंह
- मथुरा एटा मैनपुरी से आशीष यादव आशु
- अलीगढ़ से ऋषि पाल सिंह
- बुलंदशहर से नरेंद्र भाटी
- मेरठ गाजियाबाद से धर्मेंद्र भारद्वाज
- मुजफ्फरनगर सहारनपुर से वंदना मुदित वर्मा
- नीय निकाय कोटे की 36 सीटों पर 9 अप्रैल को चुनाव होंगे। इसके लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। वहीं, 6 जुलाई के पहले विधायक कोटे की 15 सीटों पर भी चुनाव होना है। इसके बाद परिषद में कांग्रेस शून्य पर पहुंच जाएगी, जबकि बसपा के पास विधानसभा के बाद विधान परिषद में भी एक ही सदस्य रह जाएगा। वहीं, निकाय चुनाव से लेकर मनोनयन और विधायक कोटे की सीटों के नतीजे पक्ष में कर भाजपा के पास सहयोगियों सहित संख्या दो-तिहाई पहुंचाने का मौका होगा।
प्रदेश में विधान परिषद की 100 सीटें होती हैं। चयन की प्रक्रिया इस तरह बनाई गई है कि लोकतांत्रिक व्यवस्था के सभी घटकों और समाज के प्रबुद्ध वर्ग के अलग-अलग हिस्सों का प्रतिनिधित्व हो सके। इसलिए सदन की 38 सीटें विधानसभा के सदस्यों के जरिए चुनी जाती हैं। 36 सीटें स्थानीय निकाय के प्रतिनिधि चुनते हैं, इसमें पंचायत से लेकर शहरी निकाय तक के निर्वाचित प्रतिनिधि वोटर होते हैं। 8 सीटें शिक्षक निर्वाचन के कोटे की होती हैं। इसमें शिक्षक ही वोटर होते हैं।
8 सीटों पर ग्रैजुएट मतदाता अपना प्रतिनिधि चुनते हैं। इन सीटों का क्षेत्राधिकार इस तरह तय किया जाता है कि प्रदेश के सभी हिस्से इसमें समाहित हों। वहीं, 10 सीटों पर राज्यपाल सरकार की संस्तुति पर सदस्य नामित करते हैं। इसमें कला, साहित्य, समाजसेवा सहित विभिन्न क्षेत्रों से नाम तय किए जाते हैं।