भारत में पुष्प की खेती एक लंबे अरसे से होती रही है…

Report by – मंगल ठाकुर

बरठीं बिलासपुर।

, लेकिन आर्थिक रूप से लाभदायक एक व्यवसाय के रूप में पुष्पों का काम पिछले कुछ सालों से ही प्रारंभ हुआ है। फ्लोरेंस फ्लोरा कंपनी के रीजनल मैनेजर पुनीत ने बताया कि समकालिक पुष्प जैसे गुलाब, कमल, गेंदा, जरबरा जिप्सोफिला कारनेशन लिलियम टूलिप्स, कार्नेशन आदि के बढ़ते उत्पादन के कारण गुलदस्ते और उपहारों के स्वरूप देने में इनका उपयोग काफ़ी बढ़ा है। उन्होंने बताया कि पुष्प को मनुष्य के द्वारा सजावट और औषधि के लिए उपयोग में लाया जाता है। इसके अलावा घरों और कार्यालयों को सजाने में भी इनका उपयोग बहुत होता है। मध्यम वर्ग के जीवनस्तर में सुधार और आर्थिक संपन्नता के कारण पुष्प बाज़ार के विकास में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया और फूलों की खेती को एक विशाल बाज़ार का स्वरूप प्रदान कर दिया है। भारत ने पुष्प उत्पादन में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने बताया कि हिमाचल के लगभग 60 किसानों ने बैंगलोर में प्रगति शील किसानों के पॉलीहाउस का भ्रमण किया इस मौके पर किसानों ने उन्नत किस्म के फूलों की खेती व उनमें आ रही समस्याओं के बारे में विस्तृत जानकारी हासिल की इस मौके पर हिमाचल के प्रभारी नवीन कुमार रणजीत सिंह रितेश डोगरा श्यामलाल रूपलाल हेमराज रवि कुमार फूल उत्पादक उपस्थित थे।

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