राजाखेड़ा में भगवान भरोसे चल रहा है राजकीय उप जिला अस्पताल मरीजों की रहती है भरमार डॉक्टर रहते नदारद
राजाखेड़ा—– आजकल मौसम को लेकर के भगवान भी मेहरबान है जो की अभी से ही आम इंसानों को इतनी गर्मी का झेलना मुश्किल हो रहा है जिसके कारण आए दिन पुरुष महिला एवं बच्चे बच्चियों बीमार पड़ रहे हैं दूसरी ओर प्राणों के रक्षक भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर लोग जनता से रूठे हुए नजर आते हैं। क्योंकि अस्पताल में कार्यरत डॉक्टरौ के ऊपर कोई ना होने के कारण डॉक्टर लोगौ ने भी अपनी मनमर्जी से अस्पताल में आना जाना रहता है मन चाहे जब आए मन चाहे जब चले जाएं क्योंकि जनता की ना तो कोई स्थानीय अधिकारी सुनता है और ना ही कोई जिला प्रशासन सुनता है ऐसा ही एक नजारा दिनांक 21 अप्रैल 2024 को रविवार के दिन सुबह-सुबह 9:45 तक अस्पताल के अंदर देखने को मिला कि अस्पताल में सैकड़ो की संख्या में मरीज उपस्थित थे पर्चा बनवाने के लिए लाइन लगाई जा रही थी डॉक्टर के कमरे में मरीजों की भरमार थी लेकिन 9:45 a.m तक अस्पताल में मात्र एक ही डॉक्टर मौजूद थे जबकि अस्पताल में डॉक्टरों की संख्या आधा दर्जन से ज्यादा अधिक है डॉक्टर के न होने के कारण मरीज काफी परेशान होते रहे। स्थानीय अधिकारी श्रीमान एसडीएम महोदय को बताया गया तो उन्होंने भी कहा कि मैं सी एम एच ओ से बात करती हूं। क्योंकि छुट्टी के दिन रविवार होने के कारण हॉस्पिटल केवल 2 घंटे खुलता है अस्पताल के बाबत जानकारी अधिकारी एवं नेताओं को जिला स्तर तक भेजी गई फिर भी कोई संतोषजनक जवाब वहां से वापस नहीं आया। क्या राजाखेड़ा नगर एवं ग्रामीण जनता डॉक्टरों की तरह की गये मनमानी की रवैया को कब तक सहन करेगी यदि डॉक्टरौ ने अपने आने जाने वाले रवैया में बदलाव नहीं किया तो जनता का किसी दिन ज्वालामुखी भी फूट सकता है राजाखेड़ा क्षेत्र की जनता समाचार पत्र के माध्यम से स्थानीय प्रशासन एवं जिला प्रशासन से मांग करती है कि अस्पताल के अंदर मरीज को हर प्रकार की सुविधा दिलाए जाने डॉक्टर के मनमानी रवैया में बदलाव करायें जाने हेतु करवाई करेंगे। संवाददाता मनोज राघव राजाखेड़ा