आजादी के सात दशक के बाद भी मूरपा के बलबल गांव मे नही पहुची सड़क

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प्रकृति सौदर्य से हरा भरा लातेहार जिला के बालूमाथ प्रखंड के बलबल गांव आज भी विकास से मिलो दूर है। प्रखंड मुख्यालय से महज 18 किमी की दूरी पर ये गांव वर्षो से विकास की बाटं जोह रहा है। इस गांव मे अधिकांश टाना भगत का भी निवासस्थल है ,जिससे टाना भगतो का भी गांव कहा जाता रहा है। इसकी आबादी क्षेत्र लगभग 1200 के आस पास है। इस गांव मे ढ़ंग का सडक तक नही है। वर्षांत के दिनो मे नदी पार कर हाट-बाजार या प्रखंड मुख्यालय या पंचायत मुख्यालय मूरपा जाना पडता है। जानकारी के अनुसार इस गांव मे टाना भगत, उरांव, गंझु, भूइआं जाति से ताल्लुक रखने वाले कई परिवार रहते हैं। प्रखंड क्षेत्र के बलबल गांव मे सड़क नही होने के कारण प्रशासन एवं सरकार से भरोसा उठ गया है। यही वजह है कि इस गाँव के लोगो ने सरकार पर भरोसा न कर खुद से हीं श्रमदान कर सड़क बना डाली।

इस गांव के हीं रहने वाले पंचायत के तेजस्वी मुखिया प्रत्याशी अजय टाना भगत ,मुरपा पंचायत समिति प्रत्याशी रुक्मणी देवी, ग्राम प्रधान गंगेशवर भगत,वार्ड सदस्य नरेश, समाजसेवी सतीश यादव, राजू राम, छोटू भोक्ता ने आपसी सहयोग से दो -तीन किलोमीटर की सड़क का निर्माण मिट्टी-मोरम भरकर कर दिया। वही समाजसेवी सतीश यादव ने आजाद सिपाही संवाददाता को बताया कि पंचायत मुख्यालय मुरपा से महज 6 किलोमीटर की दूरी ये गांव आज भी विकास के लिऐ बाटं जोह रहा है और तो और वर्षांत के दिनो मे पढ़ाई करने वाले बच्चो को ग्रामीणो के द्वारा पालकी या कंधे का सहारा लेकर पार किया जाता है। इस गावं के ग्रामीणो ने कई बार मुरपा के मुखिया जगमनी देवी एवं प्रखंड मुख्यालय मे भी कहा है। लेकिन अभी तक इस पर कुछ पहल नही होते दिख रही है।