भरतपुर 22 जुलाई
परिवहन विभाग की लापरवाही से निजी बस ऑपरेटर्स की 15 बसें हो रही कबाड़ में तब्दील
निजी बस ऑपरेटर्स भरतपुर ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को सोंपा ज्ञापन, बसों के परमिट जारी करवाने की रखी मांग
भरतपुर.जिले में निजी बस ऑपरेटर्स की 15 नई बसें महज इसलिए कबाड़ होने जा रही हैं क्योंकि उनको चलाने के लिए परिवहन विभाग ने दो माह बाद भी परमिट जारी नहीं किए हैं। भरतपुर के निजी बस ऑपरेटर्स ने रविवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के लुधावई मंदिर आगमन पर बांसी हेलीपैड पर अपनी पीड़ा से अवगत कराया और एक ज्ञापन देकर बसों के लिए परमिट जारी करवाने की मांग की। मुख्यमंत्री को ज्ञापन में बताया गया कि जयपुर परिवहन विभाग में बैठे अधिकारी मनमर्जी कर रहे हैं। भरतपुर में लगभग दो माह से 15 नई बस बनकर तैयार हैं। परंतु विभाग के अधिकारी भरतपुर से मथुरा मार्ग के परमिट जारी नहीं कर रहे हैं। ज्ञापन में बताया गया कि इस मामले की शिकायत पूर्व में मुख्य परिवहन आयुक्त मनीषा अरोड़ा को भी कर दी। परंतु उन्होंने भी कोई सुनवाई नहीं की। इससे भरतपुर के बस ऑपरेटर काफी हताश हैं। ज्ञापन में कहा गया कि बसों के परमिट जारी नहीं होने से गुरु पूर्णिमा जैसे महोत्सव पर मथुरा गोवर्धन के यात्रियों काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अगर परमिट जारी हो जाते तो बसों का संचालन से यात्रियों सुविधा मिलती। लेकिन अधिकारियों की मनमानी के कारण खड़ी बसों के टायर और बैटरी खराब हो रही हैं। जबकि एक बस लगभग 45 लाख रुपए में बनकर तैयार होती है। ज्ञापन में बताया गया कि परमिट जारी नहीं होने से एकतरफ बसें कबाड़ होने के कगार पर हैं वहीं दूसरी तरफ बस ऑपरेटर की रोजी-रोटी पर संकट आ गया है। किश्त और टैक्स के लाले पड़ रहे हैं। इस समय जिले में लगभग 15 बस खड़ी हैं। ज्ञापन में मुख्यमंत्री से नियम के अनुसार भरतपुर से मथुरा मार्ग के शीघ्र परमिट जारी करने की मांग करते हुए बताया गया कि खड़ी-खड़ी बसों पर स्पेयर टैक्स चल रहा है। ज्ञापन में इस टैक्स को भी माफ करने की मांग की गई है। ज्ञापन देने वाले बस ऑपरेटर्स में दीवान सिंह, महेश मदेरणा, शांतनु सिंह, यशपाल सिंह आदि शामिल थे।।
भरतपुर से हेमंत दुबे