जोधपुर वकील हत्याकांड से बढ़ रहा रोष, बयाना में वकीलों ने दूसरे दिन भी न्यायिक कामकाज रखा स्थगित, नारेबाजी कर प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग
जोधपुर में वकील जुगराज चौहान की नृशंस हत्या मामले में वकीलों का रोष लगातार बढ़ता जा रहा है। वकील की दिन दहाड़े हुई हत्या से प्रदेश भर के वकील समुदाय में खासा आक्रोश है। बार कौंसिल ऑफ राजस्थान के आह्वान पर मंगलवार को दूसरे दिन भी बयाना बार एसोसिएशन ने विरोध प्रदर्शन करते हुए न्यायिक कामकाज स्थगित रखा। नाराज वकील मुकदमों की पैरवी के लिए न्यायालयों में नहीं गए। इससे मुकदमों की सुनवाई नहीं हो सकी। कोर्टों में मुकदमों के पक्षकारों को आगामी तारीख पेशी दी जा रही हैं। वकील प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने, सभी आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी, पीड़ित परिवार को एक करोड़ मुआवजा देने और एक आश्रित को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे हैं। दोपहर को कचहरी परिसर में एकत्र हुए वकीलों ने नारेबाजी करते हुए मांगे माने जाने के लिए प्रदर्शन किया। वकीलों ने कहा कि गहलोत सरकार ने अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने का वादा किया था। लेकिन अब तक उसे लागू नहीं किया गया है। जबकि वकीलों पर आए दिन हमले और गंभीर अपराध हो रहे हैं। वकील समुदाय अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहा है। वकीलों ने मामले में सकारात्मक कार्रवाई नहीं होने तक आंदोलन चलाए जाने की घोषणा की। इस दौरान नवनिर्वाचित अध्यक्ष मनोज कुंभज, पूर्व अध्यक्ष चौबसिंह सूपा, उपाध्यक्ष शैलेश शर्मा, सचिव तरुण शर्मा, धर्मप्रिय शर्मा, अरुण मुदगल, राजकीय अधिवक्ता धीरज चौधरी, उमेश शर्मा, भारत भूषण बंसल, संजय शर्मा, गयालाल शर्मा, मनोज पटेल, बृजेश जाटव, नीरज चौबे, राकेश शर्मा, कपिल उपाध्याय, भारत भूषण शर्मा, योगेश कुशवाह, नारायण धाकड़, भोजेन्द्र तिवारी, महेंद्र सिंह आदि कई वकील मौजूद रहे।