चित्रलेखा श्रीवास की रिपोर्ट
आज नवरात्रि पर्व के अवसर पर करतला विकासखंड के ग्राम पंचायत सेंद्रीपाली के आश्रित ग्राम नवाडीह के दुर्गा पंडाल में निवेदिता फाउंडेशन के द्वारा पालक सम्मेलन का आयोजन किया गया…..
करतला//आज नवरात्री पर्व के अवसर पर करतला विकासखंड के ग्रामपंचायत सेन्द्रिपाली के आश्रित ग्राम नवाडीह के दुर्गा पंडाल में निवेदिता फाउंडेशन के द्वारा पालक सम्मलेन का आयोजन किया गया जिसमे बाल विवाह बाल श्रम बाल यौन शोषण मुक्त भारत बनाने के संबंध में लबेद नोनबिर्रा केरवाॅद्वारी केराकछार सेन्द्रिपाली बांधापाली 6 ग्राम पंचायत के प्रतिनिधि एवं पालक उपस्थित थे. निवेदिता फाउंडेशन छत्तीसगढ़ के 10 जिलों में महिलाओं एवं युवों का नेतृत्व विकास युवाओं को समाज में बेहतर नागरिक बनकर सामाजिक बुराईयो को दूर करने में सक्रिय योगदान देने के लिए प्रेरित करने तथा पुरे कोरबा जिले को बाल विवाह मुक्त करने गाँव गाँव में बाल संगठन बाल सुरक्षा समिति और महिला समूहों को बाल विवाह प्रतिशेध अधिनियम पोक्सो अधिनियम को लेकर जागरूक कर रही है. सम्मलेन में रामपुर विधान सभा क्षेत्र क्रमांक २० के सक्रिय विधायक फूलसिंह राठिया, मिलाप सिंह राठिया, सेन्द्रिपाली के सरपच परमेश्वरी कवर उपसरपंच सहेत्तर वर्मा केराकछार सरपंच रुकमनी बाई राठिया लबेद सरपंच चैतिनबाई सिदार केरवाद्वारी सरपंच परमेश्वर राठिया बाधापाली सरपंच कैलाश राम राठिया नोनबिर्रा सरपंच महेश राम राठिया और गणमान्य नागरिक छेदुलाल साहू बिसाहू राम पटेल आंगनवाडी सहायिका सोनकुवर पटेल निधि गवेल कृता साहू सविता सोनी ने पालकों को बाल विवाह मुक्त भारत बाल विवाह मुक्त कोरबा बनाने के लिए संकल्प पत्र भरकर शपथ लिए भारत में हर जनगरणना 2011 के अनुसार हर साल औसतन 1621257 लड़किओं की शादी कम उम्र में हो रही है इसका मतलब 4442 लड़कियां हर घंटे और हर 3 मिनट में 185 लड़कियों की शादी हो रही है. एन एच एफ एस राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्या सर्वे के अनुसार भारत में 30.3 प्रतिशत महिलाएं जिनकी आयु 20 से 24 वर्ष है इनकी विवाह 18 वर्ष से कम उम्र में हुई है
देश भर में 400 से अधिक एन जी ओ ३११५०से अधिक ग्रामों में काम कर रहे है वे बाल विवाह के प्रति ग्रामीणों को संवेदनशील और कानूनी उपायों के प्रति ना केवल जागरूक कर रहे है बल्कि ग्रामीणों को बालको के सुरक्षा संरक्षण और विकास के को लेकर पालकों के साथ सामूहिक उपायों पर बात कर रहे है जिसके फलस्वरूप १४११७ बाल विवाह रोके गए है इसके साथ ही समझा बुझा कर शपथ पत्र भरवा कर ५०१६७ बाल विवाह होने के पहले रोके गए है . रास्ट्रीय अपराध अन्वेषण ब्यूरो २०२२ के अनुसार २८७८ मामले बाल तस्करी के दर्ज किये गए है हर घंटे 10 बच्चों के लापता होने की सुचना मिलती है और हर दिन ८ बच्चों की तस्करी की जाती है बाल तस्करी एक गंभीर मानव अधिकार का उन्लन्घन है बच्चों का बड़े पैमाने पर यौन शोषण बलात्कार बाल श्रम और गुलामी वेश्यावृत्ति और यौन शोषण होता है .
यह अर्थशास्त्र सत्ता पित्रसत्ता के द्वारा किया जाने वाला जघन्य अपराध है . जो बड़ी संख्या में बच्चों की शादी के लिए तस्करी के रूप में परिलक्षित होता है बच्चों को रोजगार के लिए मजबूर किया जाता है क्युकी यह श्रम का सबसे सस्ता रूप है उनका योन शोषण भी किया जाता है क्योकि बच्चों को वश में करना आसान है रास्ट्रीय अपराध अन्वेषण ब्यूरो के अनुसार ६४४६९ दर्ज किये गए ३८४४४ बच्चों के साथ बलात्कार किये गये इसका मतलब हर घंटे बाल यौन शोषण के अपराध रिपोर्ट किये जाते है .
रास्ट्रीय अपराध अन्वेषण ब्यूरो के अनुसार बाल यौन शोषण के पोक्सो के अंतर्गत कुल २,४३,२३१ मामले फ़ास्ट ट्रैक अदालतों में लंबित है . बाल यौन शोषण हिंसा के सबसे ख़राब रूपों में से एक है जो बचपन को बुरी तरह से ख़त्म कर देता है और आम तौर पे दीर्घकालीन नुक्सान पहुचता है भारत में बाल यौन शोषण का अनुमान चिंता जनक रूप से अधिक है लेकिन यह ऐसा अपराध है
जिसकी रिपोर्ट नाटकीय रूप से कम की जाती है .
संयुक्त राष्ट्र संघ ने २० नवम्बर १९५९ को बच्चों के हक में एक घोषणा पत्र जारी किया जिसमे भारत सरकार ने भी हस्ताक्षर किया है और इसे भारत में लागू करने की सहमति दी है .
रामपुर विधान सभा के विधायक फुल सिंह राठिया ने कहा कि महिलाएं शराब बनाती है पुरुष पीते है यदि महिलाएं शराब बनाना बंद कर दे तो पुरुष का पीना भी बंद हो जायेगा उन्होंने कहा की प्रजनन स्वस्त्थाया को लेकर महिलाओं को जागरूक होना चाहिए वर्तमान में पी सीओ डी और गर्भाशय में कैसर स्तन कैंसर की समस्या से महिलाये पीड़ित हो रही है उन्हें अपने खान पान और प्रजनन स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए. छेदुलाल साहू ने अपनी कविता के माध्यम से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का सन्देश पालकों को दिया उप सरपंच सहेत्तर वर्मा ने कहा की हम सब मिलकर बच्चों को बेहतर संस्कार देंगे तभी बच्चों में बेहतर नागरिक बनने की मनोवृत्ति पैदा होगी हमे अपने परिवार के बच्चों को संस्कारित करने कि जरुरत है खुद के परिवार में जब बदलाव होता है तो समाज में भी बदलाओ होता है निवेदिता फाउंडेशन के वरिष्ठ कार्यकर्त्ता भारती महाना ने कहा कि न्महिलाओं सरकार ने अनेकं प्रकार की योजनायें और क़ानून उनके विकास और सशक्तिकारण के लिए बानाया है जिसका लाभ हमें लेना चाहिए उन्होंने इन कानूनों पर जागरूक होने की बात कही. कार्यक्रम को सफल बनाने में भूपेंद्र साहू सों कुवर पटेल नेहा चौहान की अहम् भूमिका रही मंच का संचालन निवेदिता फाउंडेशन के निर्देशक संतन दास मानिकपुरी ने किया।