बचपन पाठशाला स्कूल में वार्षिकोत्सव कार्यक्रम आयोजित
आईएएस अधिकारी कुंजीलाल मीणा व धौलपुर कलेक्टर रहे कार्यक्रम के अतिथि
राजाखेड़ा। राजाखेड़ा के बचपन पाठशाला स्कूल में शनिवार को 7 वे वार्षिकोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी व इंदिरा गांधी नहर परियोजना के अध्यक्ष कुंजीलाल मीणा शामिल हुए, जिनके साथ ही बतौर विशिष्ट अतिथि धौलपुर जिला कलेक्टर श्रीनिधि बीटी, डाक विभाग के वरिष्ठ अधिकारी व उपमहानिदेशक दुष्यंत मुद्गल, शिक्षाविद आलोक सिंह, पूर्व सांसद रामस्वरूप कोली व राजाखेड़ा एसडीएम वर्षा मीणा मंचासीन रही, कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल की डायरेक्टर डॉ तरुणा मिश्रा द्वारा की गई।
कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत माँ शारदे व माँ सरस्वती की तस्वीर ई समक्ष दीप प्रज्वलन कर की गई।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिला कलेक्टर श्रीनिधि बी टी ने कहा कि विद्यालय के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम का अवसर बड़ा सुखद अनुभव देता है राजाखेड़ा का यह विद्यालय चर्चित विद्यालय है जहाँ भारतीय संस्कृति के अलग-अलग रूप आज के इस कार्यक्रम में देखने को मिले जिसके साथ ही कलेक्टर ने कहा कि धौलपुर जिला अपार संभावनाओं का क्षेत्र है बस कार्यक्रमो के अनुपालन में विशेष गति और समर्पण की आवश्यकता है। यह वीरभूमि भी है जहाँ राजाखेड़ा क्षेत्र से बड़ी संख्या में युवाओं ने देश के लिए शहादत दी है। आशान्वित जिला होने के नाते यहाँ पेयजल, शिक्षा, स्वास्थ्य, स्किल डेवलपमेंट, उद्योगों के विकास के लिए मिशन मोड़ में कार्य किया जाना है विकास के लिए हमने 600 करोड़ के लगभग एम ओ यू साइन किए हैं जिनको धरातल पर उतारने के प्रयास युद्धस्तर पर किए जा रहे है।
वरिष्ठ आईएएस एवं इंदिरा गांधी नहर परियोजना के अध्यक्ष कुंजीलाल मीणा ने कहा कि वार्षिकोत्सव एक ऐसा मौका है जब हम अपने छात्रों की उपलब्धियों का जश्न मना सकते हैं। हमारा उद्देश्य विद्यार्थियों की प्रतिभा को पहचानना और उन्हें आगे बढ़ाना है। मीणा ने कहा कि जननी हमारी जन्म भूमि है और राजाखेड़ा के युवाओं ने अपनी शहादतों से जन्मभूमि के प्रति कर्तव्यों को प्रमाणित भी किया है।शिक्षा सर्वोपरी है अपना लक्ष्य बनाकर के प्रयास करें जिससे हर क्षेत्र में सफलता मिलेगी। मीणा ने जीवन की कई रोचक कहानियां मंच के माध्यम से सुनाई जिन्हें सुनकर लोग प्रफुल्लित हुए।
भारतीय डाक सेवा के अधिकारी व डाक विभाग के उपमहानिदेशक दुष्यंत मुद्गल ने कहा कि पढ़ाई और शिक्षा दोनों में अंतर है। पढ़ाई सिर्फ अक्षर ज्ञान कराती है लेकिन शिक्षा एक विस्तृत परिप्रेक्ष्य है जहाँ संस्कृति, सहयोग, प्रेम, दयाभाव की भावना के साथ सर्वागीण विकास निहित होता है जो राजाखेड़ा की पाठशाला कर रही है। पूर्व सांसद रामस्वरूप कोली ने कहा कि “वार्षिकोत्सव एक ऐसा अवसर है जब हम अपनी प्रतिभा दिखा सकते हैं और अपने साथियों के साथ जुड़ सकते हैं। यह एक यादगार अनुभव है। साथ ही देशभक्ति के प्रति जागरूक होकर कार्य कर सकते हैं। देश की रक्षा करना भी हमारी शिक्षा और संस्कृति का अहम हिस्सा है। हमें अपनी प्राचीन सांस्कृति विचारों से रूबरू कराते हैं। कौशल विकास हमारे जीवन का मुख्य बिंदु है।शिक्षा और कौशल विकास से ही देश का विकास संभव है। कार्यक्रम को जयपुर के शिक्षाविद आलोक शर्मा, विद्यालय निदेशक डॉ तरुणा मिश्रा, उपखण्ड अधिकारी वर्षा मीणा ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर स्कूली बच्चों द्वारा आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रमो का प्रदर्शन किया साथ ही विभिन्न सांस्कृतिक, खेल और शैक्षिक गतिविधियों का प्रदर्शन कर अपनी प्रतिभा का जश्न मनाया। इसके बाद नन्हें मुन्ने बच्चों ने सांस्कृतिक नृत्य और संगीत प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में अभिभावक शामिल हुए। संवाददाता मनोज राघव राजाखेड़ा