संवाददाता इदरीश विरानी
सरपंच सचिव पर बावीस हजार रुपए के गबन का पंच ने लगाया आरोप
ट्यूबवेल की मोटर सुधारने के लिए निकाली थी राशि :- सरपंच
सरपंच के कहने पर अधूरे पड़े चौपाल के निर्माण के लिए राशि निकाली थी :- सचिव
भैंसदेही :- मुख्यालय की ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार के मामले एवं सिलसिले थमने का नाम नहीं ले रहै है। सरपंच सचिव मिलकर नए नए तौर-तरीकों से शासकीय राशि का दुरुपयोग कर भ्रष्टाचार करने से बाज नहीं आ रहे है। जिस पर मुख्यालय से लेकर जिले तक कोई भी अधिकारी इस पर अंकुश लगाने के लिए प्रयासरत नजर नहीं आता। जिसके चलते बेखौफ होकर ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है। ऐसा ही एक मामला मुख्यालय की ग्राम पंचायत केरपानी का सामने आया। जिसमें की सरपंच सचिव ने मिलकर 22 हजार रुपए की राशि फर्जी बिल लगाकर निकालकर बंदरबांट कर ली। जिसकी जानकारी ग्राम पंचायत के ही वार्ड क्रमांक 4 के पंच राजू सिवनकर ने देते हुए बताया कि सरपंच सचिव ने मिलकर ग्राम पंचायत के खाते से ₹22000 की राशि बिना किसी कारण के निकाल ली और पूछने पर अलग-अलग तरह के काम करना बताए जा रहे हैं जबकि ऐसे कोई काम ग्राम पंचायत में हुआ ही नहीं और जहां तक ट्यूबवेल की मोटर खराब होने का सवाल है। ट्यूबवेल की मोटर खराब होने के 3 दिन पहले ही पंचायत के खाते से ₹22000 की राशि निकाल ली गई थी। तो क्या सरपंच सचिव को पहले से पता था कि ट्यूबवेल खराब होने वाला है।ऐसे बहुत से भ्रष्टाचार ग्राम पंचायत केरपानी में सरपंच और सचिव की मिलीभगत से हो रहे हैं और पहले भी किए जा चुके हैं जिसकी ईमानदारी से जांच की जाए तो बहुत बड़ा भ्रष्टाचार ग्राम पंचायत केरपानी का सामने आ सकता है। पर जांच करेगा कौन जिम्मेदार अधिकारी जांच के नाम पर दिखावा करने का काम करते हैं और सब मिल बैठकर मलाई खाने का काम करते हैं मैं मीडिया के माध्यम से जिला कलेक्टर महोदय से निवेदन करता हूं उक्त मामले की जांच कर संबंधित भ्रष्टाचारियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करें। उक्त मामला सामने आने पर जब गुरुवार को ग्राम पंचायत सरपंच और सचिव से बात की तो दोनों ही अपने-अपने तर्क अलग-अलग तरीके से परोस कर राशि खर्च करने की जानकारी देते नजर आए जो एक संदेहास्पद है और भ्रष्टाचार होने की ओर इशारा करते हैं।
इनका कहना है
1) ग्राम पंचायत में एक ट्यूबवेल की मोटर खराब होने से पानी की समस्या हो रही थी मोटर को सुधारने एवं उसका सामान खरीदने और उन मजदूरों को भुगतान करने के लिए बिल लगाया गया था।
संतराम बारस्कर
सरपंच केरपनी
2) उक्त मामले पर ग्राम पंचायत में पदस्थ सचिव ने फोन पर जानकारी देते हुए बताया कि मुझे केरपानी पंचायत का प्रभाव लेने को 8 या 10 दिन ही हुए हैं सरपंच साहब ने बोला था की चौपाल निर्माण का कार्य अधूरा पड़ा है जिसको कराना है और उसकी सामग्री लेना है कुछ मजदूरों का भुगतान भी करना है उसके लिए पैसे निकालना है तो वह बिल लगाकर राशि निकाली गई थी।
विजय वाघमारे
ग्राम पंचायत सचिव केरपनी
3) बिना किसी काम के सरपंच सचिव ने मिलकर बाईस हजार रुपए की राशि का गबन किया है जबकि ऐसा कोई काम पंचायत क्षेत्र में हुआ ही नहीं और जिस ट्यूबेल खराब होने की बात सरपंच द्वारा कही जा रही है ट्यूबवेल खराब होने के 3 दिन पहले ही यह राशि निकाली गई तो क्या इन्हें पहले से पता था कि ट्यूबवेल खराब होने वाला है।
राजु सिवनकर
पंच वार्ड नं 4 केरपनी