संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का ग्राम माजरवाणी में हुआ शुभारंभ

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भव्य कलश यात्रा के साथ श्रीमद्भागवत का हुआ शुभारंभ

संवाददाता इदरीश विरानी

पूज्य पंडित मधुनारायण मिश्रा नंगावा ( सारंगपुर राम मंदिर के पुजारी) के मुखारविंद से ग्राम माजरवानी में श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ किया गया बताया गया की कथा आयोजक कर्ता श्रीमती सुनीता राघो मुंडे द्वारा जहां भागवत की पूजा अर्चना की और पूजन के बाद कलश की स्थापना की गई ग्राम माजारवाणी में कलश यात्रा पूरे गांव में भ्रमण कर बैंड बाजे व सुंदर झांकियों के साथ कलश यात्रा निकाली गई इस संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में आसपास के सैकड़ों ग्रामीण जन शामिल रहे वैसे में आपको जानकारी में बतादू कि पूज्य पंडित श्री मधु नारायण मिश्रा की भैंसदेही तहसील में यह दूसरी श्रीमद् भागवत कथा है पहली गंगाजीढाना में हुई थी जो ग्रामीणों व धर्म प्रेमी बंधुओं के लिए बहुत प्रिय मानी गई है बहुत ही मधुरवाणी से पंडित जी श्रीमद् भागवत कथा करते हैं मधुरवानी से अनेकों अनेक धर्म प्रेमी बंधुओ की श्रीमद् भागवत कथा के प्रति लोकप्रियता बढ़ती जा रही है कथा के माध्यम से सनातनी धर्म क्षेत्र में सभी क्षेत्रवासियों को जोड़ने का कार्य पूज्य पंडित जी द्वारा किया जाता है
श्रद्धालुओं ने सुनी कथा
इस मौके पर कथा व्यास पूज्य पंडित मधुनारायण मिश्रा
ने अपने प्रवचनों में उपस्थित श्रद्धालुओं को श्रीमद्भागवत कथा की जानकारी देते हुए कहा कि श्रीमद्भगवत कथा का श्रवण करने से मानव जीवन में एक जन्म नहीं अपितु हमारे कई जन्मों के पापों का नाश होने के साथ ही हमारे शुभ कर्मों का उदय होता है।
इसको सुनने मात्र से जीव जन्म और मरण के बंधन से मुक्त हो जाता है। उन्होंने कहा कि नारद जी ने भक्ति देवी के कष्ट की निवृत्ति के लिए श्रीमद् भागवत कथा का साप्ताहिक अनुष्ठान किया था। जहां संतकुमारों ने भागवत का प्रवचन करते हुए नारद के मन का संशय दूर किया। इसी कथा को धुंधकारी प्रेत ने अपने अग्रज से श्रवण किया और प्रेत योनि से मुक्ति पाकर विष्णु लोक को प्राप्त हुए। कथा व्यास ने कहा कि भगवत श्रवण से जीव के सभी पाप कर्म मिट जाते हैं। अंत में सामूहिक आरती और प्रसाद वितरण किया गया